मरीज का आॅक्सीजन का सेचुरेशन 94 प्रतिशत तो उसे रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाना उपयोगी
मप्र नर्सिंग एसोसिएशन की बैठक आयोजित
यशभारत, जबलपुर। मध्यप्रदेश नर्सिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष की अध्यक्षता में कोविड-19 के रोकथाम के लिए कलेक्टर सभाकक्ष में बैठक आयोजित की गई । जिसमें मेडिकल व विक्टोरिया हॉस्पिटल के डॉक्टर्स की टीम, डॉ राजेश धीरावाणी, डॉ परिमल स्वामी, डॉ. ऋषि डावर, डॉ. दीवान,डॉ. मोहंती आदि सम्मिलित हुये। बैठक में रेमडेसीविर इंजेक्शन लगाने की भ्रांति एवं उसके उपयोग के प्रोटोकॉल के बारे में चर्चा हुई। जिसमें कहा गया कि रेमडेसीविर इंजेक्शन उन्हीं मरीजों में उपयोगी है, जिनमें कोरोना के लक्षण आने के प्रथम 09 दिनों में आॅक्सीजन का सेचुरेशन 94% कम है या मरीज के सीटी स्क्रीन में सीवियर स्कोर 10 से ज्यादा हो और मरीज की खून की जांच में (कोविड प्रोफाइल) गंभीर कोविड लक्षण स्पष्ट दिखाई दे।
09 दिन के पश्चात उक्त इंजेक्शन की कोई उपयोगिता नहीं देखी गई अपितु इसके हृदय, लीवर एवं गुर्दों पर दुष्प्रभाव दुष्परिणाम देखे गए हैं। अत: बैठक में यह कहा गया कि उक्त इंजेक्शन विशेषज्ञ डॉक्टर की सलाह पर अस्पताल में ही लगवाना उचित होता है। घर पर लगवाने पर गंभीर दुष्परिणाम हो सकते हैं।