मप्र में हो रही झमाझम बारिश, 11 जिलों में रेड अलर्ट : बरगी बांध, तवा डैम , कलियासोत और भदभदा डैम के गेट भी खोले गए

भोपाल, यशभारत। मध्यप्रदेश में मानूसन पूरी तरह से सक्रिय है। मध्यप्रदेश के 11 जिलों में शुक्रवार – शनिवार दो दिन बारिश का रेड अलर्ट है। मंडला में नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जबलपुर में भी बरगी बांध से छोड़े जाने के कारण सभी घाट डूबे हैं। लगातार भारी बारिश के चलते आज सुबह भोपाल के कलियासोत डैम के & और भदभदा डैम का एक गेट और तवा डैम के 5 गेट खोल दिए गए हैं। आज सुबह 8 बजे तक नर्मदापुरम में तवा बांध के 5 गेट खोल दिए गए हैं। तवा नदी पर बने इस बांध का पानी नर्मदा में जाता है। अगर गेट खुलते हैं, तो नर्मदापुरम, हरदा में नर्मदा नदी में पानी बढ़ेगा। यही पानी इंदिरा सागर बांध को भी भरता है।
मध्यप्रदेश में सीजन की 55प्रश यानी एवरेज 19.7 इंच बारिश हो चुकी है। जून और जुलाई में कोटे से Óयादा पानी गिरा। अगस्त के पहले ही दिन प्रदेश के 2& जिलों में बारिश हुई। मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से सिस्टम स्ट्रॉन्ग है। यह सिस्टम 5 अगस्त तक पूरे प्रदेश को तरबतर करेगा।
इसलिए ऐसा मौसम
आईएमडी, भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि गुरुवार को मानसून ट्रफ एमपी के ऊपर रही। वेस्ट बंगाल में एक्टिव साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एमपी की ओर आने लगा। एक और साइक्लोनिक सर्कुलेशन नॉर्थ-ईस्ट राजस्थान के ऊपर है। दो अन्य सिस्टम भी एक्टिव हैं। इस वजह से प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहा। 2 अगस्त से सिस्टम की स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी देखने को मिलेगी। इसलिए बारिश का दौर चलेगा। कहीं भारी से भारी और कहीं भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
जून-जुलाई में कोटे से ज्यादा पानी गिरा
इस बार प्रदेश में मानसून 21 जून को एक्टिव हुआ। इसे 40 दिन से ज्यादा हो गए। जून – जुलाई में मानसून की आधी से ज्यादा बारिश हो चुकी है। अब तक की बारिश का कोटा भी पूरा हो गया। मौसम विभाग के अनुसार, अब तक औसत 18.1 इंच बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन 19.7 इंच पानी गिर गया। इस तरह 1.6 इंच बारिश Óयादा हुई है। यह 9त्न अधिक है।