
जबलपुर, यशभारत। मध्यप्रदेश में पंचायत चुनाव तीन चरणों में होंगे। पहला चरण में 6 जनवरी 2022, दूसरा 28 जनवरी और तीसरा चरण में 16 फ रवरी 2022 को मतदान किया जाएगा।
ऐसे होंगे चुनाव
प्रथम चरण
चुनाव के लिए 13 दिसंबर 2021 से नामांकन पत्र मिलेंगे।
नाम निर्देशन पत्र प्राप्त करने की अंतिम तिथि 20 दिसंबर है।
पत्रों की जांच 21 दिसंबर को सुबह 10:30 बजे से होगी।
23 दिसंबर को दोपहर 3 बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।
23 दिसंबर को नाम वापसी के ठीक बाद चुनाव लडऩे वाले उम्मीदवारों की सूची तैयार होगी। उन्हें चुनाव चिन्ह आवंटित किए जाएंगे।
6 जनवरी 2022 को मतदान होगा।
दूसरा चरण
चुनाव के लिए 13 दिसंबर 2021 से नामांकन पत्र मिलेंगे।
नाम निदेज़्शन पत्र प्राप्त करने की अंतिम तिथि 20 दिसंबर रहेगी।
पत्रों की जांच 21 दिसंबर को सुबह 10:30 बजे से होगी।
23 दिसंबर को दोपहर 3 बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।
23 दिसंबर को नाम वापसी के ठीक बाद चुनाव लडऩे वाले उम्मीदवारों की सूची तैयार होगी। उन्हें चुनाव चिन्ह आवंटित किए जाएंगे।
28 जनवरी 2022 को मतदान होगा।
तीसरा चरण
चुनाव के लिए 30 दिसंबर से नामांकन पत्र मिलेंगे।
नाम निर्देशन पत्र प्राप्त करने की अंतिम तिथि 6 जनवरी 2022 रहेगी।
पत्रों की जांच 7 जनवरी को सुबह 10:30 बजे से होगी।
10 जनवरी दोपहर 3 बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।
अंतिम सूची 10 जनवरी को ही जारी की जाएगी। चुनाव चिन्ह आवंटित किए जाएंगे।
मतदान 16 फ रवरी 2022 को होगा।
पहले चरण में 9 जिलों में होंगे
भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, निवाड़ी, अलीराजपुर, पन्ना, नरसिंहपुर, हरदा और दतिया।
दूसरे चरण में 7 जिलों में
जबलपुर, बुरहानपुर, सिंगरौली, उमरिया, अनूपपुर, श्योपुर और देवास
तीसरा चरण में 36 जिले
इनमें राजगढ़, रायसेन, सीहोर, विदिशा, खरगोन, खंडवा, धार, झाबुआ, बड़वानी, गुना, शिवपुरी, अशोकनगर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, कटनी, उज्जैन, नीमच, रतलाम, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, सागर, छतरपुर, दमोह, टीकमगढ़, रीवा, सीधी, सतना, होशंगाबाद, बैतूल, शहडोल, भिंड और मुरैना।
मध्यप्रदेश में 23,835 ग्राम पंचायतें हैं। 904 जिला पंचायत सदस्य और 6 हजार 35 जनपद सदस्य त्रिस्तरीय पंचायत का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसमें जिला पंचायत अध्यक्ष 52, उपाध्यक्ष 52, जनपद पंचायत अध्यक्ष 313, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष 313, जिला पंचायत सदस्य 904, जनपद पंचायत सदस्य 6833 और पंच के 3,77,551 पद शामिल हैं। इनमें 2014-15 में चुनाव हुए थे। इनका कायज़्काल 2020 में समाप्त हो चुका है।