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मकर संक्रांति में 2 डिग्री गिरा पारा,सर्द हवाओं का बढ़ा असर : बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ सकता है असर,शिशु रोग विशेषज्ञ दे रहे सलाह

सिवनी यश भारत:-जिले में मकर संक्रांति के एक दिन पहले सोमवार के बाद मकर संक्रांति के दिन मंगलवार को भी शीतलहर चलने से कड़ाके की ठंड रही। शीतलहर के कारण लोगों को दिन में भी कपकपी छूटी। एक दिन पहले सोमवार को न्यूनतम तापमान 13.2 डिग्री दर्ज किया गया था वहीं मंगलवार को न्यूनतम तापमान में दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। इस दिन न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर की तरफ से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण शीतलहर का प्रभाव बढ़ गया है। आने वाले दो-तीन दिनो तक इसी तरह का मौसम बना रहेगा।

 

ठंड से बचने अलावा की व्यवस्था:-

प्रतिदिन ठंड बढ़ने व कलेक्टर के निर्देश के बाद बीती रात नगर पालिका ने ज़िला अस्पताल समेत कुछ स्थानों पर अलावा की व्यवस्था की है। हालांकि अब तक नगर में कई स्थानों पर अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है। हर वर्ष नगर के छिंदवाड़ा चौक, रैन बसेरा, नगर पालिका चौक, बस स्टैंड, जिला अस्पताल सहित लगभग एक दर्जन स्थानों पर नगर पालिका अलाव की व्यवस्था करती है। लोग स्वयं लकड़ी का प्रबंध कर आग जलाकर ठंड से बचने का उपाए कर रहे हैं।

 

स्वास्थ्य को लेकर डॉक्टर दे रहे सलाह:-

इधर शीत लहर के कारण बढ़ी ठंड से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ने की आशंकाओं को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग से, लोगों को ठंड से बचने और जरुरी सावधानियां बरतने की सलाह दी है। जिला अस्पताल में पदस्थ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विनोद दहायत ने बताया कि शीतलहर का प्रतिकूल असर बुजुर्गों, पांच वर्ष से छोटे बच्चों में अधिक पड़ता हैं। इसके अतिरिक्त दिव्यांग जनों, बेघर व्यक्तियों, दीर्घ कालिक बीमारियों से पीडित रोगियों, खुला क्षेत्र में व्यवसाय करने वाले छोटे व्यवसायियों के लिए भी शीतलहर के मौसम में विशेष सतर्कता बरतना आवश्यक हैं। उन्होंने बताया कि शीतलहर व सर्द हवाओं के दौरान घरों में उपयोग करने वाले हीटर व फायरपाट आदि बंद कमरों में उपयोग करने के कारण भी खतरा होता है। इनसे बचाव अथवा नियंत्रण के लिए आम जनतों को ऐसे प्रयोग से बचना चाहिए। गर्म वस्त्रों, कई परतों में कपडों. का उपयोग किया जाना चाहिए। लंबे समय तक ठंड में रहने से बचना चाहिए। फ्रास्टवाइट के लक्ष्ण वाले अंगों को नहीं मलना चाहिए, इससे अधिक क्षति हो सकती है। शारीरिक तापमान के घटने का प्रथम लक्ष्ण प्राय कंपकंपी होती है इनको अनदेखा न करते हुए तत्काल घर के अंदर जाना चाहिए।

 

विटामिन सी युक्त फल व सब्जियों का पर्याप्त सेवन करना चाहिए ताकि रोग प्रतिरोधक क्षमता, शारीरिक तापमान संतुलित रहे। शीतलहर के दौरान नाक बहना, नाक बंद होना, नाक से खून होना जैसे लक्षण सामान्यत पाए जाते हैं, इसके लिए तत्काल नजदीक के डाक्टर से सलाह प्राप्त कर उपचार किया जाना चाहिए।

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