भोपाल के अस्पताल में आग से एक और नवजात की गई जान, मौत का आंकड़ा 5 पर पहुंचा

भोपाल। भोपाल के सरकारी हमीदिया अस्पताल परिसर के कमला नेहरू अस्पताल में सोमवार रात 9 बजे भीषण आग लग गई थी। इस दौरान वहां भर्ती बच्चों को निकालकर अन्य स्थान पर भेज दिया गया, लेकिन चार बच्चों को नहीं बचाया जा सका। मंगलवार दोपहर को एक और बच्चे की मौत की पुष्टि हुई, यह बच्चा तीन दिन पहले ही जेपी अस्पताल मैं पैदा हुआ था, जहां से जच्चा-बच्चा को हमीदिया रेफर किया गया था। हालांकि बच्चे के पिता मुकेश अहिरवार ने बच्चों की अदला-बदली का आरोप लगाते हुए कहा कि मृत बच्चा उनका नहीं है। मनोज रतनपुर का रहने वाला और कल रात हमीदिया में आगजनी की घटना के बाद से ही बेहद परेशान है।
उधर, आज सुबह भी मंत्री विश्वास सारंग अस्पताल पहुंचे। हादसे के बाद पुलिस ने भारी पुलिस बल हमीदिया अस्पताल में तैनात कर दिया गया है। करीब दो सौ पुलिस कर्मियों को तैनात करते हुए मुख्य गेट से लेकर कमला नेहरू अस्पताल तक सुरक्षा घेरा बनाया है। सुबह महिला कांग्रेस नेता अर्चना जायसवाल अन्य महिला नेताओं के साथ वहां पहुंची और अंदर जाने देने की मांग की। अंदर प्रवेश नहीं मिलने पर उन्होंने हंगामा किया। दोपहर करीब एक बजे पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ भी कमला नेहरू अस्पताल पहुंचे और बिलखते परिजनों का हालचाल जाना तथा उन्हें सांत्वना दी। कुछ देर पहले भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर भी अस्पताल पहुंची।
उधर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कैबिनेट बैठक से पूर्व हमीदिया अस्पताल में लगी आग की स्थिति की समीक्षा की और प्रदेश के सभी अस्पतालों में फायर सेफ्टी ऑडिट के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। हादसे के लिए जो भी दोषी होगा, उस पर कड़ी कार्रवाई करेंगे।
बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान को घटना की जांच की जिम्मेदारी दी है। वह मंगलवार सुबह 9 बजे हमीदिया अस्पताल पहुंच गए। कुछ देर पहले चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी कमला नेहरू अस्पताल पहुंचे। उनके साथ भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया व डीआइजी इरशाद वली भी मौजूद हैं। इस दौरान मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि परिजनों को अंदर जाकर बच्चों से मिलाया जाएगा। 4-4 परिजन जाकर बच्चों से मिल सकेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि 36 बच्चों का इलाज चल रहा है। हम पूरी तरह से इलाज के लिए तैयार हैं। हादसे के कारण पर बोले – घटना की जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। ऐसी घटना पुनः ना हो, इसके भी दिए निर्देश। मंत्री विश्वास सारंग ने वार्ड को फिर से जल्द शुरू करने के निर्देश भी दिए हैं।नवजातों को फिलहाल कमला नेहरू अस्पताल की दूसरी मंजिल पर पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में रखा गया है। इनमें 7 बच्चे वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। उधर, कमला नेहरु चिकित्सालय में दुर्घटना के चलते कुछ बच्चों की दु:खद मृत्यु के कारण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने निवास पर आयोजित आज के दोपहर भोज को स्थगित कर दिया है।