ब्लेक स्पॉट है अंधमूक बायपास, डंपर बांट रहे मौत : मेडिकल छात्रा के बाद गई युवक की जान, आक्रोशित लोगों ने किया चक्काजाम

जबलपुर, यशभारत। जिस अंधमूक बाईपास पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में अध्ययन एमबीबीएस की छात्रा रूबी ठाकुर की ट्रक हादसे में मौत हुई थी, उसी स्थान पर मंगलवार की रात एक बार फि र तेज रफ्तार हाईवे ने बाइक सवार को रौंद दिया है। घटना में बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उसके साथी को गंभीर चोट आई है। आक्रोशित लोगों ने घटना के बाद सड़क पर जाम लगा दिया, वही सूचना मिलने के बाद पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझाइश देने में जुटी रही।
स्थानीय लोगों का कहना है कि तेज रफ्तार वाहन आए दिन राहगीरों को अपना निशाना बना रहे हैं। अभी एक सप्ताह पहले ही इसी स्थान पर एमबीबीएस की छात्रा रूबी ठाकुर की सड़क हादसे में मौत हुई थी, घटना से पुलिस प्रशासन को सबक लेना था पर ऐसा कुछ नहीं हुआ। लिहाजा एक बार फिर तेज रफ्तार ट्रक ने युवक को मौत के घाट उतार दिया। स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि बाईपास में सड़क किनारे बड़े-बड़े ट्रक खड़े हो जाते हैं जिसके चलते राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इतना ही नही आए दिन यहां पर सड़क हादसे हो रहे हैं। लोगों ने मांग की है कि नो एंट्री भेड़ाघाट चौराहे के पास लगवाई जाए जिससे कि अंधमूक बाईपास के पास इस तरह की घटना ना हो।
प्रत्यक्षदर्र्शियों ने बताया कि ग्राम बलुआ निवासी रंजीत सिंह लोधी धनवंतरी नगर से अपने साथी के साथ बाइक में सवार होकर अपने गांव जा रहे थे जैसे ही वह अंधमूक बाईपास के पास पहुंचे तो पीछे से आ रहे तेज रफ्तार हाईवा जो कि रेत से भरा हुआ था उसने रौंद दिया। घटना में रंजीत सिंह की बाइक हाईवे के नीचे फंस गई और मौके पर ही मौत हो गई जबकि उसके साथी की हालत गंभीर है जिसे की मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है।
घटना की सूचना मिलने के बाद सीएसपी बरगी प्रियंका शुक्ला सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और सड़क पर जाम लगाए लोगों को समझाइश देने में जुट गया। पुलिस अधिकारी ने आश्वासन दिया है कि उनकी जो भी मांगे होंगी उस पर विचार कर उन्हें पूरा भी किया जाएगा। पुलिस अधिकारियों के आश्वासन के बाद आक्रोशित लोग माने और चक्का जाम खत्म किया। बता दें कि जिस स्थान पर 4 जनवरी को एमबीबीएस छात्रा रूबी ठाकुर और मंगलवार की रात हादसे की घटना हुई है उस जगह को पुलिस अधिकारियों ने भी ब्लैक स्पॉट माना है बावजूद इसके यहां पर किसी भी तरह के दुर्घटना रोकने के इंतजाम नहीं किए गए हैं।