ब्रेकिंग : सागर की जलापूर्ति के भागीरथ राजघाट बांध की अब नहीं बढ़ेगी ऊंचाई : नया बांध बनाने पर शुरू हुआ विचार
कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने ऊंचाई बढ़ाने के लिए 100 करोड़ रु से ज्यादा राशि के साथ दी थी मंजूरी

सागर यश भारत (संभागीय ब्यूरो)/ शहर में जल आपूर्ति के लिए भागीरथ बने राजघाट बांध की ऊंचाई को नहीं बढ़ाने को लेकर नगर निगम में विचार शुरू हो गया है। अब इस बांध को इसी हाल में छोड़ते हुए एक और नया बांध बनाए जाने को लेकर कार्य योजना शुरू की जा रही है जिसे लेकर निगम अध्यक्ष वृंदावन अहिरवार ने समिति सदस्यों एवं अधिकारियों के साथ राजघाट बांध का निरीक्षण भी किया है।
गौरतलब है कि राजघाट बांध को आगामी 50 से भी ज्यादा वर्षों के लिए उपयोगी बनाने के लिए इसकी ऊंचाई को 2 मीटर बढ़ाने और हाइड्रोलिक गेट लगाने के लिए तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने 100 करोड़ रु से ज्यादा राशि के साथ इस काम की मंजूरी दी थी। लेकिन सरकार बदलने के साथ उनकी यह योजना ठंडे बस्ते में डाल दी गई थी। जिसके चलते सागर की जनता को आए दिन जल संकट से जूझना पड़ता है।
सागर नगर की पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए नगर निगम परिषद में हुए निर्णय अनुसार निगम अध्यक्ष श्री वृंदावन अहिरवार ने शनिवार को 4 सदस्यीय समिति के सदस्यों एमपी यूडीसी, पीएचई, जल संसाधन एवं नगर निगम के अधिकारियों के अधिकारियों की उपस्थिति में बैठक कर राजघाट बांध का निरीक्षण किया। बैठक में एमपीयूडीसी के परियोजना प्रबंधक जी.आर.गूजरे ने बताया कि राजघाट बांध की ऊंचाई बढ़ाने के संबंध में नगरीय विकास एवं आवास विभाग, जल संसाधन विभाग एवं पी एच ई विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की गई है । इस संबंध में निर्णय लिया गया है कि राजघाट बांध की ऊंचाई न बढ़ाई जाए। बल्कि शहर की जलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ग्राम खमरिया के पास बेवस नदी पर एक नये बांध का निर्माण किया जाए। बैठक में टाटा प्रोजेक्ट द्वारा किए जा रहे कार्यों के संबंध में चर्चा की गई। निगम अध्यक्ष वृंदावन अहिरवार ने कहा कि टाटा प्रोजेक्ट के अधिकारी 15 दिवस में उनके द्वारा किए गए कार्य की पूरी रिपोर्ट सौंपें जिस पर आगामी परिषद की बैठक में सांसद, विधायक व महापौर की उपस्थिति में चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा।
एम आईं सी सदस्य अनूप उर्मिल ने कहा आगामी समय में शहर में जलापूर्ति हेतु पानी की कोई समस्या न हो इसके लिए अगर राजघाट बांध की ऊंचाई बढ़ाने अथवा नये बांध के निर्माण हेतु जो भी आवश्यक कार्रवाई की जाना है उसे शीघ्र पूर्ण करें। टाटा प्रोजेक्ट के अधिकारी प्रत्येक वार्ड में किए गए कनेक्शनों का निरीक्षण करें तथा जिन स्थानों पर सुधार कार्य किया जाना है उसे तत्काल ठीक करें तथा की गई कार्रवाई से माननीय महापौर जी एवं निगम अध्यक्ष को अवगत कराएं।
समिति सदस्य याकृति जडिया ने कहा कि राजघाट बांध की ऊंचाई बढ़ाने में एवं नए बांध के निर्माण में कितनी राशि व्यय होगी तथा कितना डूब क्षेत्र में आएगा उसकी जानकारी परिषद के समक्ष प्रस्तुत करें।
पार्षद नीरज कोरी ने कहा कि टाटा प्रोजेक्ट द्वारा अभी तक जो भी कार्य किया गया है वह पूर्ण नहीं हुआ है जो कनेक्शन खुले पड़े हैं और पानी व्यर्थ बह रहा है उनको तत्काल बंद किया जाए। निरीक्षण के दौरान एमपी यूडीसी के परियोजना प्रबंधक जीआर गुजरे, टाटा प्रोजेक्ट की बलवीर सिंह, कार्यपालन यंत्री श्री विजय दुबे सहायक यंत्री संजय तिवारी, उपयंत्री रामाधार तिवारी सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।