बेटी को देख पिता की आंखे हुई नम : उत्तरप्रदेश से भटक कर ग्वारीघाट पहुंची थी विक्षिप्त युवती, पुलिस ने परिजनों के सुपुर्द किया

जबलपुर, यशभारत। जबलपुर के ग्वारीघाट पहुंची उत्तर प्रदेश की मानसिक विक्षिप्त महिला को पुलिस की मदद से उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। दरअसल ग्वारीघाट पर डायल 100 को सूचना मिली कि कोई युवती यहां भटक रही है, जिसके बाद मौके पर नगर पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना मरावी पहुंची और महिला से बात कर उसे ग्वारीघाट थाना ले आईं। जिसके बाद पुलिस कप्तान के मार्गदशन में महिला के पिता से बात कर आज उनके सुपुर्द कर दिया। पीडि़त पिता ने जैसे ही अपनी बेटी को देखा, उनकी आंखे नम हो गयीं।
जानकारी अनुसार सूचना प्राप्त हुई कि ग्वारीघाट पुराने रेलवे स्टेशन के सामने एक युवती अकेले सुनसान में घूम रही है, सूचना पर तैनात प्रधान आरक्षक प्रभुनाथ यादव मौके पर पहुॅचे और सूचना की जानकारी थाना प्रभारी ग्वारीघाट व वरिष्ठ अधिकारियों को दी । सूचना प्राप्त होते ही संभाग क्षेत्र में भ्रमण हेतु रवाना नगर पुलिस अधीक्षक केंट श्रीमती भावना मरावी तुरंत मौके पर पहुॅंची जिसके बाद उक्त युवती से बात करने का प्रयास किया गया, युवती जो मानसिक रूप से अस्वस्थ्य थी, काफ ी देर पूछताछ के प्रयास के बाद पुलिस को यह पता चला कि युवती थाना मनकापुर गोंडा उत्तर प्रदेश की रहने वाली है। जिसके बाद युवती को थाना ग्वारीघाट लाया गया तथा थाने पर महिला ऊर्जा हेल्प डेस्क में पदस्थ उप निरीक्षक रितु उपाध्याय के सुपुर्द किया गया ।
पुलिस कप्तान सिद्धार्थ बहुगुणा के मार्गदर्शन में थाना मनकापुर जिला गोंडा उत्तरप्रदेश के थाना प्रभारी विष्णुदेव पाण्डेय से फोन पर चर्चा कर उनको युवती के संबंध में जानकारी दी गई तथा युवती के परिजनों को सूचित करने हेतु बताया गया तथा युवती के पिता का मोबाईल नंबर प्राप्त कर उन्हें उनकी पुत्री की बारे में जानकारी दी गई।
जबलपुर कैसे पहुॅच गई , याद नहीं
पुलिस की सूचना पर आज युवती के पिता थाना ग्वारीघाट पहुंचे। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी पुत्री का मानसिक ईलाज चल रहा है। पिता को बेटी से मिलवाया गया । जिसके बाद उन्होंने अपनी पुत्री से क्षेत्रिय भाषा में बात की तथा बात करने के बाद पिता द्वारा बताया कि उनकी पुत्री के साथ कोई घटना दुर्घटना घटित नही हुई है वह ग्वारीघाट जबलपुर कैसे पहुॅच गई यह उसे याद नहीं है। जिसके बाद युवती को उसके पिता राघव राम प्रजापति के सुपुदज़् किया गया ।