बिना नक्शा पास कराए धड़ल्ले से हो रहे भवन निर्माण : अवैध निर्माण और प्लाटिंग पर क्यों कार्यवाही नहीं कर रहा प्रशासन एवं नगर निगम

कटनी, यशभारत। शहर में अवैध निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है। ऐसा लगता है कि नगर निगम प्रशासन ने अपनी आंख मंूद ली है। शहर से लगी कॉलोनियों में बिना अनुमति एवं बिना नक्शा पास कराए भवनों का निर्माण कार्य चल रहा है।
जिन क्षेत्रों की शिकायतें आती हैं, वहां पर नगर निगम के नक्शा विभाग के अधिकारी जाकर सीधें सेटिंग कर लेते हैं और कार्यवाही के नाम पर पूरे मामले को दबा दिया जाता है। इससे नगर निगम के राजस्व की हानि हो रही है। इसके बावजूद कतिपय अधिकारी सांठगांठ करते हुए अपनी जेबें भरने में लगे हुए हैं।
आलम यह है कि शहर और शहर से लगे क्षेत्रों में खुलेआम अवैध कॉलोनियां बसाई जा रही हैं। कतिपय भू-माफिया अवैध प्लाटिंग के कारोबार में लगे हुए हैं और जमकर मुनाफा कमा रहे हैं। नियमों की बात करें तो ऐसे लोगों के पास न तो रेरा का रजिस्टे्रशन है और न ही टाउन एवं कंट्री प्लानिंग की अनुमति और न ही नगर निगम से नक्शा पास कराया गया है। अवैध रूप से प्लाटिंग करते हुए लोग ऐसे लोगों के चंगुल में फंसकर अपनी जमा पंूजी बरबाद कर रहे हैं।
ताजा मामला बाल गंगाधर तिलक वार्ड क्रमांक एक स्थित साई मंदिर के पीछे गली नंबर 7, 8 एवं गली नंबर 5 का सामने आया है। यहां नियमों को ताक पर रखकर मल्टियां बनाई जा रही हैं। खाली पड़े प्लाटों में भवनों का निर्माण कार्य बिना अनुमति के हो रहा है। शिकायतों के पास भवनों के निर्माण के लिए नगर निगम से नक्शा भी पास नहीं कराया गया है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब नक्शा ही पास नहीं हुआ है तो फिर टैक्स की बात तो दूर है।
शिकायतों में यह भी बताया गया है कि कतिपय लोग मकान बनाकर लाखों रूपए का मुनाफा कमा रहे हैं। इससे नगर निगम को राजस्व का नुकसान हो रहा है और नगर निगम के अफसर मालामाल हो रहे है। बाल गंगाधर तिलक वार्ड की पार्षद वंदना राजकिशोर ने कलेक्टर अवि प्रसाद को इस पूरे मामले की शिकायत भेजी है। शिकायत में उच्च अधिकारियों एवं नगर निगम प्रशासन से अवैध रूप से बनाई जा रही मल्टी एवं भवनों के निर्माण कार्य पर तत्काल रोक लगाए जाने की मांग की गई है।
आदर्श कॉलोनी से सटे इलाकों में जमकर हो रहे अवैध निर्माण
शिकायतों मं यह भी बताया गया है कि आदर्श कॉलोनी में निर्माणाधीन एक कॉलोनी से सटे इलाकों में पिछले कुछ समय से अवैध निर्माण कार्य की बाढ़ सी आ गई है।
नगर निगम के अधिकारी भी इस पूरे मामले में जान बूझकर पर्दा डाल रहे हैं। आरोप लगाया गया है कि कतिपय अधिकारियों की सांठगांठ से ही अवैध निर्माण कार्य हो रहे हैं। शिकायतों में बताया गया है कि गिरजाघाट के पास भी धड़ल्ले से अवैध निर्माण व अवैध प्लॉटिंग हो रही है। सवाल यह है कि आखिर अवैध निर्माण और प्लाटिंग के खिलाफ प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी कार्यवाही करने से क्यों परहेज कर रहे हैं।
इनका कहना है ….
्रअवैध निर्माण कार्यों की शिकायत आने पर अमले को भेजकर जांच कराई जाती है। दस्तावेज पूरे नहीं होने पर नोटिस दिया जाता है और काम को रूकवा दिया जाता है। भवन मालिकों से प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही निर्माण कार्य करने के लिए कहा जाता है।
-विनोद कुमार शुक्ला,
आयुक्त, नगर पालिक निगम