बरगी में विश्व आदिवासी दिवस पर कार्यक्रम: 1994 में सर्वप्रथम विश्व आदिवासी दिवस मनाया था

जबलपुर, यशभारत। बरगी के प्रसिद्ध आदिवासी धार्मिक स्थल पुराना पानी बड़ादेव मरहापठा में विश्व आदिवासी दिवस का कार्यक्रम भव्यता के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम के शुभारंभ समाज की विशेष हस्तियों के फोटो पर माला पहनाकर किया गया उसके बाद राजा रघुनाथशाह समिति के सदस्यों द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित मांगीलाल मरावी , महंत दयानंद गिरी, विकास खन्ना, संतोष चौकसे, दुगार्शंकर पांडेय, शीतल गिरी ,अजय कुसरे, राजू सेन आदि का स्वागत साफा बांधकर तिलक वंदन के साथ किया गया। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा बताया गया कि 1994 में सर्वप्रथम विश्व आदिवासी दिवश मनाया गया था जिसमे आदिवासी समाज को जल ,जमीन व पर्यावरण का संरक्षक माना गया है , पूर्व में समाज बहुत पिछड़ा व अशिक्षित था किन्तु समय के साथ समाज मे जागरूकता आयी ,व समाज संगठित हुआ धीरे इनका रहवास स्थिर हुआ व समाज शिक्छा की ओर भी अग्रसर हुआ और
हर जगह आदिवासी समाज के लोग स्थापित हुए है । आज के इस कार्यक्रम में आदिवासी समाज के हजारों लोग एकत्रित हुए ,कार्यक्रम को सफल बनाने में उमेश सिंह ठाकुर, पंकज परस्ते ,डालचंद,, अमरसिंह, शिव चरन मरकाम, मान सिंह मार्को, जवाहर कुशरे, जवाहर पुट आदि का सहयोग रहा कार्यक्रम का संचालन शिक्षक नरेंद्र उइके द्वारा किया गया ।
विधायक संजय यादव का समाज को संदेश
प्रतिवर्ष इस कार्यक्रम में उपस्थित रहने वाले ओर आदिवासी समाज केप्रति समर्पित रहने वाले बरगी विधायक संजय यादव ने भोपाल से अपने संदेश में बताया कि आज भी कांग्रेस परिवारआदिवासी समाज के साथ है उन्होंने बताया कि कमलनाथ की सरकार ने विश्व आदिवासी दिवस के लिए मध्यप्रदेश में 1 दिन के अवकाश की घोषणा की थी जिसे वर्तमान भाजपा सरकार ने निरस्त कर दिया है आज भोपाल में वो स्वयं व साथी विधायक आदिवासी समाज के उत्थान के लिए लड़ाई लड़ रहे है । उन्होंने सकल आदिवासी सामाज को विश्व आदिवासी दिवस की बहुत बधाई प्रेषित की है ।