जबलपुरभोपालमध्य प्रदेशराज्य

बड़ी खबर : प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भगवान भरोसे, चिकित्सक नदारत : लैब टैक्नीशियन के भरोसे चल रहा है प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र

मंडला, नैनपुर|आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला में स्वास्थ्य व्यवस्थाए चरमरा गई है, यहां जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन नहीं कर रहे है, जिससे पीडि़त मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हद दर्जे की लापरवाही के कारण मरीजों को अपनी जान तक गबानी पड़ती है, लेकिन जिम्मेदारों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। ऐसे ही हाल जिले के विकासखंड नैनपुर की ग्राम पंचायत पिंडरई स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के है। जहां पदस्थ चिकित्सक उपचार के समय ही नदारत रहते है।

 

जिसके कारण यहां ईलाज के लिए आने वाले मरीज परेशान होते देखे जा सकते है। जानकारी अनुसार ग्राम पंचायत पिंडरई 80 ग्रामों व 40 ग्राम पंचायतों का केन्द्र है। जहां छोटी, बड़ी जरूरतों के लिए लोगों को पिंडरई आना पड़ता है। पिंडरई में ही एक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भी संचालित है, लेकिन यहां चिकित्सक नदारत रहते है। जिले में विकास का दावा तो किया जा रहा है, लेकिन आज भी इस विकास के नाम पर खानापूर्ति ही की जा रही है। जिले में अनेकों क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं के साथ चिकित्सा सुविधा बदहाल है, जहां जिम्मेदार अपनी लापरवाही बरत रहे है। पिंडरई प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में एक चिकित्सक को पदस्थ किया गया है। जिससे क्षेत्र के लोगों को नैनपुर ना जाने पड़े। लेकिन ये चिकित्सक भी यहां से नदारत रहते है। सूत्रों ने बताया कि पिंडरई प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में जब से चिकित्सक डॉ. उपेन्द्र झा पदस्थ हुए है, तब से आज दिनांक तक एक दिन भी स्वास्थ्य केन्द्र नहीं आए है। जबकि सरकार इनको लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए अच्छी खासी मासिक वेतन दे रही है, इसके साथ ग्रामीण अंचल में सेवा देने के लिए 30 हजार रूपए अलग से दे रही है। बावजूद इसके चिकित्सक अपने कर्तव्य का जिम्मेदारी से निर्वाहन नहीं कर रहे है। गरीब तबके के लोगों को ईलाज के लिए यहां वहां भटकना पड़ रहा है। वहीं यदि कोई गंभीर अवस्था में उपचार के लिए पहुंचे तो यहां प्राथमिक उपचार भी समय पर नहीं मिल पाता है, जिसके कारण लोगों को अपनी जान तक गबानी पड़ती है।

भटक रहे मरीज और जरूरतमंद
बताया गया कि चिकित्सक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ होने के बावजूद अपनी मनमानी कर रहे है। यहां मरीजों के साथ अन्य कर्मचारियों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। चिकित्सक की मनमानी के कारण पुलिस प्रशासन भी अब पीडि़त हो चुका है। पिंडरई चौकी में पदस्थ पुलिस कर्मी ने बताया कि छोटी मोटी चोट और शव के पोस्टमार्टम के लिए नैनपुर सिविल अस्पताल जाना पड़ता है, जबकि पिंडरई प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सक की पदस्थापना की गई है, लेकिन ये चिकित्सक आज दिनांक तक स्वास्थ्य केन्द्र में उपस्थित नहीं हुए है। वहीं चिकित्सक से संपर्क करने का प्रयास भी किया जाता है तो उनका मोबाइल बंद रहता है। चिकित्सक ना होने के कारण ड्यूटी समय में भी नैनपुर अस्पताल जाना पड़ता है।

इनका कहना है….
पिंडरई स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सक पदस्थ है, यदि चिकित्सक अपनी सेवाएं नहीं दे रहा है तो इसकी जांच कराकर उचित कार्रवाई करेंगे।
डॉ. केसी सरोते, सीएमएचओ, मंडला

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
WhatsApp Icon Join Yashbharat App