बड़वारा को इंडस्ट्रीयल हब बनाने किए जाएं प्रयास : उद्योगों को बढ़ावा देने अल्ट्राटेक सीमेन्ट प्लांट में उद्योगपतियों की बैठक

कटनी, यशभारत। उद्योगों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिला उद्योग केन्द्र के तत्वावधान में 15 फरवरी को बड़बारा स्थित अल्ट्राटेक सीमेन्ट प्लांट में उद्योगपतियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में विधायक धीरेन्द्र सिंह, जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा एवं सांसद प्रतिनिधि पद्मेश गौतम, उद्योगपति पवन मित्तल एवं अल्ट्राटेक के जनरल मैनेजर अंजनी पांडे व अन्य उद्योगपति एवं कम्पनियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
बैठक में जिला उद्योग विभाग की प्रबंधक श्रीमती ज्योति सिंह ने क्लस्टर की अवधारणा को प्रतिपादित करते हुये उद्योगपतियों से नए उद्योग लगाने तथा वर्तमान की क्षमताओं का विस्तार करने का अनुरोध किया। स्थानीय उद्योगपति विजय गुप्ता ने एमपीईबी की समस्याओं से अवगत कराया। उन्होंने डीएमएफ राशि का उपयोग बड़बारा क्षेत्र में ही करने एवं इस राशि से सडक़ बनाने का सुझाव दिया। ढीमरखेडा क्षेत्र की 10 हजार हेक्टेयर जमीन का उपयोग कर उद्योग कलस्टर बनाया जाए।
उद्योगपति पवन मित्तल ने विद्युत विभाग की कार्यप्रणाली को उद्योगोन्मुखी बनाने की बात कहते हुए लीज प्रक्रिया को आसान बनाने शासन से प्राप्त सब्सिडी को समय पर दिये जाने का अनुरोध किया। अल्ट्राटेक सीमेन्ट से अंजनी पाण्डेय ने भविष्य को ध्यान में रखते हुये 220 किलोवाट का प्लांट एमपीईव्ही से स्थापित करने की मांग की। सुशील राय ने वेयर हाउस को लाभप्रद बनाने हेतु सुझाव दिए। कार्यक्रम में खनिज निरीक्षक अशोक मिश्रा, नायब तहसीलदार अनुराधा सिंह, सहायक उद्योग अधिकारी सहित विद्युत विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
एसडीएम प्रदीप मिश्रा ने भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुये सम्पूर्ण बड़बारा क्षेत्र की खनन सम्पदाओं का उपयोग कर रोजगार बढ़ाने एवं राजस्व की प्राप्ति हेतु उद्योगपतियों के सहयोग की आवश्यकता बताते हुये सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
उद्योग स्थापना पर सरकार से मिले सब्सिडी : अशोक विश्वकर्मा
जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा ने कहा कि उद्योगपति उद्योग लगाकर न केवल क्षेत्र के लोगों को रोजगार प्रदान करता है बल्कि हर साल बड़ी संख्या में कर देकर देश और प्रदेश के विकास में अपनी हिस्सेदारी देता है लेकिन इसके बावजूद शासन-प्रशासन से उसे उद्योग संचालन में वैसी मदद नहीं मिलती है, जैसी मिलनी चाहिए। श्री विश्वकर्मा ने कहा कि सरकार को किसी भी उद्योग की स्थापना हर संभव मदद करते हुए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सब्सिडी प्रदान करना चाहिए।
यदि उद्योग अच्छी तरह से संचालित होगा, तो इससे क्षेत्र का भी विकास होगा। उन्होंने उद्योगों की स्थापना को लेकर नियमों को शिथिल किए जाने को लेकर भी अपनी बात रखी। श्री विश्वकर्मा ने विभिन्न उद्योगों के लिये रास्ते की समस्या को चिन्हांकित किया तथा ग्रामों से बायपास बनाने की मांग की। उन्होनें रोजगार पलायन पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि मजदूरों का पलायन रोका जाए। स्थानीय उत्पादों के लिये मंडी विकसित करने तथा स्थानीय संसाधनों का उपयोग कर बड़बारा विधानसभा को उद्योग सेन्टर के रूप में विकसित किया जाए।
उन्होंने समस्त अनापत्तियां सिंगल विंडो सिस्टम से प्रदान करने के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति करने का सुझाव भी दिया। पिछले काफी समय से शहर से लगे गांवों को लेकर नगर निगम सीमा में जोडऩे की योजना पर बात हो रही है लेकिन इस प्रस्ताव पर आज तक मुहर नहीं लग पाई। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा होता है तो गांवों में विकास के द्वार खुल जाएंगे। इसके अलावा राजस्व एवं वन विभाग संयुक्त कार्यवाही करते हुये आम जनता की समस्याओं को हल करें, इससे अनावश्यक समय का दुरूउपयोग रूकेगा।
विभागों की समस्त अनुमतियां सिंगल विन्डो के माध्यम से मिले
बैठक में क्षेत्रीय विधायक धीरेन्द्र सिंह ने उद्योग लगाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए शासन स्तर पर श्रम कौशल के उन्नयन के लिए आईटीआई खोलने की मांग रखी। विधायक ने सभी विभागों की समस्त अनुमतियां सिंगल विन्डो के माध्यम से प्रदान करने की आवश्यकता पर बल देते हुए विद्युत उपलब्धता हेतु सब स्टेशन खोलने एवं सोलर ऊर्जा का उपयोग करने की बात कही।