बंद पड़ी खदान में उत्खनन की जांच, एनजीटी के आदेश पर एडीएम, डीएफओ सहित अन्य अधिकारी जांच करने पहुंचे, ड्रोन से कराई वीडियोग्राफी

कटनी, यशभारत। ढीमरखेड़ा तहसील के अंतर्गत ग्राम झिन्ना में वन विभाग की भूमि से लगी बंद पड़ी खदान की जांच करने शुक्रवार को वन विभाग, राजस्व विभाग व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम यहां पहुंची। गौरतलब है कि खदान में अवैध उत्खनन व पेड़ों की कटाई की शिकायत की गई थी। जिस पर अफसरों ने एनजीटी के आदेश पर जांच की। टीम में अपर कलेक्टर साधना परस्ते, वन मंडल अधिकारी गौरव शर्मा, तहसीलदार आशीष अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी शामिल रहे। प्राप्त जानकारी के अनुसार ढीमरखेड़ा तहसील के ग्राम झिन्ना में विभिन्न सर्वे नंबर की भूमि पर लेटराइट, फायर क्ले खनिज के लिए 21 फरवरी 1994 से 20 फरवरी 2014 तक के लिए रकबा 48.562 हेक्टेयर में खनिज पट्टा स्वीकृत किया गया था। स्वीकृत खनिज पट्टा को लेकर वनमंडाधिकारी ने पत्र लिखकर कलेक्टर को बताया कि 32.362 हैक्टेयर संरक्षित वन, कंपार्टमेंट नंबर पी 607 और शेष खसरा क्षेत्र नारंगी वनक्षेत्र में स्थित है, जिसके बाद कलेक्टर ने 6 जून 2000 को खदान बंद करने के आदेश दिए थे। इसके बाद से ही खनन यहां बंद है, हालांकि यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। इसी बीच हाल ही में एनजीटी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने बंद पड़ी खदान में अवैध खनन व पेड़ों की कटाई की शिकायत की गई थी। जिसके बाद एनजीटी ने जांच के आदेश दिए थे। जानकारी के अनुसार जांच के दौरान न तो अफसरों को अवैध खनन के प्रमाण मिले और न ही पेड़ों की कटाई होना सामने आया है, हालांकि जांच रिपोर्ट एनजीटी को भेजी जाएगी। खदान एरिया की ड्रोन से वीडियोग्राफी कराई गई व नापजोख भी हुई है।
