बंगाल में महिलाओं , मासूम बालिकाओं का शोषण: महामहिम से गुहार

नरसिंहपुर यशभारत। पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के बशीरहाट उपमंडल के संदेश खाली गांव में निवास करने वाली अनुसूचित जाति और जनजाति की महिलाओं, बच्चियों और बालिकाओं का शोषण और गरीबों की जमीनों पर बलात कब्जा करने वाले प्रदेश की सत्ताधारी दल टी एम सी के नेता शेख शाहजहां और उसके गुण्डो द्वारा लगातार अत्याचार किया जा रहा है, सत्ता के संरक्षण में डूबे जिहादी मानसिकता के गुण्डो द्वारा लगातार क्षेत्र के गरीब वर्ग का शोषण उनकी जमीनों पर कब्जा, सुंदर महिला बच्चियों को अपने कार्यालय बुलाकर शोषण और बलात्कार जैसे कुकृत्य किए जा रहे है, वहां के निवासियों में अत्यंत भय का वातावरण था परंतु जब केंद्र की एजेंसी के छापे और और उन पर हुए हमले के बाद जब शेख शाहजहां फरार हुआ तो महिला और बच्चियों ने विरोध दर्ज किया l
सोशल मीडिया पर तथा समाचार चैनलों पर खबर प्रसारित होने के बाद भी ममता सरकार ने कोई कार्यवाही नहीं की अपितु अपराधियों को संरक्षण प्रदान किया।
महिलाओं के शोषण की खबर से देशभर के हिंदू समाज में अत्यंत क्रोध की भावना जाग्रत हुई, इसी क्रोध के फलस्वरूप प्रबुद्ध नागरिक मंच नरसिंहपुर द्वारा प्रबुद्ध नागरिकों, संत समाज, मातृशक्ति, अनेक समाजों के प्रमुखों द्वारा एकत्रित होकर कलेक्टर के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौपा, ज्ञापन के माध्यम से आग्रह किया की टी एम सी नेता शेख शाहजहां और उसके साथियों पर एट्रोसिटी एक्ट और अनुसूचित जाति जनजाति एक्ट के अंतर्गत अपराधिक प्रकरण दर्ज हो, केंद्र से राष्ट्रीय जांच दल का गठन कर संदेश खाली का भ्रमण कर प्रतिवेदन मगाया जावे l
उस प्रतिवेदन पर तुरंत कार्यवाही हो, तथा ऐसी व्यवस्था की जावे की अनुसूचित जाति जनजाति समुदाय के लोग निर्भय होकर अपने परिवार का भरण पोषण कर सके, तथा समृद्ध सभ्य व संगठित भारत के निर्माण में अपना योगदान दे सके।
आज के ज्ञापन में महंत बालकदास, महंत रघुनाथ दास, फट्टी वाले दादा, सिख संत भगत सिंह, भगवताचार्य दीपक शास्त्री, राममनोहर शास्त्री, अंकित शास्त्री, मनीष पाठक, विपिन चंद्र दुबे, लक्ष्मण वैष्णव, पंकज महाराज, आरएसएस के प्रांत विभाग के अधिकारी विनोद नेमा, राकेश उदैनिया, डॉ प्रहलाद पटेल, आनंद सहित बड़ी संख्या में मातृशक्ति, जिले में निवास करने वाली विभिन्न जाति बिरादरी प्रमुख और समाजसेवी युवाओं की टोलियां उपस्थित रही।