
ग्वालियर पुलिस ने भितरवार में एक फर्जी लूट की असली कहानी का पर्दाफाश किया है। रेत का काम करने वाली कंपनी MP सेल्स के एजेंट ने क्राइम पेट्रोल से सीखकर अपने साथ लूट फर्जी कहानी गढ़ी। लूट के लिए वह 15 दिन से प्लानिंग कर रहा था। एक-एक पॉइंट व डिटेलिंग पर काम किया। मतलब वह 69500 रुपए लेकर कंपनी की पलायछा नाका साइट से निकला पर रास्ते में बाइक सवार बदमाश ने उस पर हमला कर दिया। बदमाश ने आंखों में मिर्ची पाउडर झोंक कर कैश से भरा बैग लूट लिया। एजेंट ने रास्ते से गुजरते एक राहगीर से मदद मांगी।
राहगीर से ही कंपनी मैनेजर और पुलिस को कॉल कराया। जिससे कहीं भी पूरी कहानी में कोई सुराग न रहे, लेकिन कंपनी मैनेजर के लूट पर संदेह के बाद पुलिस का पहला टारगेट एजेंट हो गया। कुछ ही घंटे में पुलिस ने कॉल डिटेल से लेकर उसके मिलने वालों को टटोल कर फर्जी लूट की कहानी का खुलासा कर लिया। एजेंट और फर्जी लूट की कहानी में शामिल उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। दोस्त के पास से लूटा गया कैश भी बरामद कर लिया है।
यह है पूरी घटना
इस समय रेत का काम MP सेल्स कंपनी के पास है। कंपनी में सोनू बघेल बतौर एजेंट काम करता है। उसका रूटीन है कि वह हर दिन सुबह कंपनी की पलायछा नाका साइट से कैश लेकर सांखनी नाका साइट पर जमा कराता है। शनिवार सुबह सोनू बघेल 69 हजार 500 रुपए बैग में रखकर सांखनी के लिए निकला था। अभी दोनों साइट्स के बीच में भितरवार में बरसोड़ी रोड कोठी के पास पहुंचा था। तभी बाइक सवार एक युवक उसके पास आया और आंखों में मिर्ची पाउडर डालकर उसका नकली से भरा कैश छीनकर भाग गया। वारदात के बाद काफी देर तक सोनू सड़क पर तड़पता रहा। यहां एक राहगीर से उसने मदद मांगी। राहगीर ने उसके बताए अनुसार कंपनी के मैनेजर और पुलिस को मामले की सूचना दी। रेत कंपनी के एजेंट से लूट की सूचना मिलते ही भितरवार थाना पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस ने पूरी कहानी सुनने के बाद जांच शुरू कर दी। जब पुलिस ने कंपनी के मैनेजर से लूट के बारे में बात की तो उन्होंने सोनू पर ही संदेह जताया।
शक यकीन में बदल गया
संदेह होने पर पुलिस ने जब सोनू से पूछताछ की तो उसने पलायछा साइट से निकलने से लेकर लूट और राहगीर से मदद मांगने तक की एक-एक बात बताने लगा। हर चीज इतनी क्लीयर बताई कि बदमाश किस तरह भागा, जबकि आंखों में मिर्ची पाउडर था। इसके बाद पुलिस ने उससे अपने अंदाज में पूछताछ की तो एक-एक कर पूरी फर्जी लूट की असली कहानी सुना दी। उसने बताया कि अपने दोस्त मनोज रावत के साथ मिलकर पूरी वारदात को अंजाम दिया है। उसने क्राइम पेट्रोल सीरियल में देखा था कि लूट की कहानी असली जैसी बनाई जाए तो पुलिस को शक नहीं होगा और उस तक कभी नहीं पहुंच सकेगी।
कर्ज पटाने रचि कहानी
पूरी कहानी का खुलासा होने के बाद पुलिस ने सोनू बघेल की गिरफ्तारी करने के बाद उसके दोस्त मनोज रावत को उसके घर से उठाया। उसके घर से नकदी से भरा बैग भी मिल गया। पुलिस ने वारदात में उपयोग की गई बाइक को भी बरामद कर लिया है। चंद घंटों में फर्जी लूट की कहानी का पर्दाफाश कर दिया। पूछताछ में आरोपी सोनू ने बताया कि उसे रुपयों की सख्त जरुरत उस पर पिछले दिनों काफी कर्जा हो गया था। उस कर्जे को पटाने के लिए यह लूट की प्लानिंग की थी।