ग्वालियरमध्य प्रदेश

पुलिस  का लाड़ नहीं मजबूरी: शातिर बदमाश को गोद में लेकर कोर्ट पहुंचे फिर पहुंचाया जेल

ग्वालियर, यशभारत।
कभी आपने सुना या देखा है कि किसी शातिर बदमाश को पुलिस गोद में लेकर कोर्ट में पहुंची और उसे वहां से जेल भेजने के आदेश पर गोद ही में उठाकर जेल तक छोड़ा हो। हां ग्वालियर में ऐसा हुआ है। हजीरा के शातिर बदमाश विशाल कुशवाह को पुलिस ने इसी तरह कोर्ट में पेश किया और जेल भी छोड़कर आई।

पर यह पुलिस का एक बदमाश पर लाड़ नहीं बल्कि मजबूरी थी। कुछ महीने पहले हुए रोड एक्सीडेंट में बदमाश का एक पैर कट गया है। इस कारण वह चलने-फिरने में असमर्थ है। यही वजह रही कि पुलिस उसे गोद में लिए-लिए घूम रही है। हजीरा पुलिस ने उसे मंगलवार को गिरफ्तार किया है। उसकी तलाश हत्या, हत्या के प्रयास, लूट व छेड़छाड़ जैसे एक दर्जन मामलों में थी।
हजीरा थाना पुलिस को काफी समय से इन्द्रानगर तेली वाली बगिया निवासी शातिर बदमाश विशाल पुत्र राधाकृष्ण कुशवाह की तलाश थी। करीब एक साल से वह गायब था। ग्वालियर और हजीरा में उसके खिलाफ छेड़छाड़ से लेकर लूट और हत्या तक के मामले दर्ज हैं। पर वह पुलिस के हाथ नहीं आ रहा था। लंबे समय से फरार होने पर उसका गिरफ्तारी वारंट भी जारी हो चुका था। इसी बीच हजीरा थाना प्रभारी अलोक सिंह परिहार को विशाल के बारे में पता लगा कि वह अपने ही घर से नशे की सामग्री का धंधा करने लगा है। इस पर अरक शैलेन्द्र सिंह चौहान को निगरानी के लिए कहा गया। हजीरा शैलेन्द्र सिंह की निगरानी में हजीरा पुलिस की टीम ने मंगलवार को आरोपी विशाल कुशवाह को गिरफ्तार किया तो एक और सच्चाई सामने आई है।

कुछ महीने पहले एक्सीडेंट में कट चुका है पैर

फरारी के दौरान विशाल का कुछ महीने पहले किसी दूसरे शहर में एक्सीडेंट हो गया था। जिसमें उसकी एक टांग काटनी पड़ी थी। जब से पैर कटा था वह ग्वालियर में रह रहा था। बड़ा क्राइम नहीं कर सकता था तो उसने नशे का धंधा शुरू कर दिया था।
गोद में लेकर कोर्ट की दूसरी मंजिल फिर जेल गई पुलिस

अब बदमाश को तो पुलिस ने पकड़ लिया, लेकिन उसे कोर्ट में पेश कैसे करे यह चुनौती थी। इस पर पुलिस जवानों ने उसे गोद में उठाकर गाड़ी में बैठाया फिर जिला कोर्ट लेकर पहुंचे। यहां गोदी में लेकर उसे कोर्ट की दूसरी मंजिल तक पहुंचे। जज के सामने पेश किया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया। इसके बाद पुलिस उसे लेकर जेल गेट पर पहुंची और यहां से भी गोदी में उठाकर अंदर तक छोड़कर आई।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
WhatsApp Icon Join Yashbharat App