परंपरा रहेगी कायम : जालपा मढ़िया के जवारे विसर्जन के अगले दिन 1 अक्टूबर को कटनी में मनाया जाएगा दशहरा, शांति समिति की बैठक में निर्णय



कटनी, यशभारत। बारडोली कटनी की ऐतिहासिक परंपरा के मुताबिक कटनी में दशहरा, माता जालपा मढ़िया के ज्वारे विसर्जन के अगले दिन यानी 1 अक्टूबर को मनाया जाएगा। जालपा मढिया का जावरा विसर्जन जुलूस 30 सितंबर को अपार श्रद्धाभाव के बीच निकाला जाएगा। यह बात आज शांति समिति की बैठक में भी तय हुई। गौरतलब है कि इस बार अधिकांश जगह 2 अक्टूबर को दशहरा मनाया जा रहा है। पड़ोसी जिले जबलपुर में भी विजयादशमी चल समारोह 2 अक्टूबर को निकाला जायेगा।
आज जिला शांति समिति की बैठक में नगर निगम के वरिष्ठ पार्षद मिथलेश जैन एडवोकेट ने बतलाया कि कटनी में मां जालपा मंदिर के ज्वारों का विसर्जन 30 सितंबर को होगा और उसके अगले दिन दशहरा समारोह मनाने की परंपरा है। इस पर उपस्थित सभी सदस्यों ने सहमति व्यक्ति की और निर्णय लिया गया कि 1 अक्टूबर को दशहरा चल समारोह का आयोजन होगा। मिथलेश जैन ने यह भी सुझाव दिया कि जुलूस मार्ग के सभी विद्युत व अन्य झूलते तारों को व्यवस्थित किया जाए,पानी की अतिरिक्त सप्लाई की जाए और जलूस मार्ग की मरम्मत की जाए।
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष अमित शुक्ला, भाजपा जिलाध्यक्ष दीपक सोनी टंडन, कलेक्टर आशीष तिवारी, पुलिस अधीक्षक अभिनव विश्वकर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष डेहरिया सहित थानों के टीआई, शांति समिति के सदस्य, दुर्गा समिति के सदस्य, घंटाघर रामलीला कमेटी, गोलबाजार रामलीला कमेटी के साथ अन्य गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही। बैठक में चल समारोह के रूट, सुरक्षा व्यवस्था, और शांति बनाए रखने के लिए आवश्यक उपायों पर बात हुई। अधिकारियों ने सभी से सहयोग की अपील की ताकि यह पर्व शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके। बिजली तारों को व्यवस्थित करने, जुलूस मार्ग की सड़क ठीक करने नियमों के मुताबिक मूर्तियों को स्थापित करने डीजे पर प्रतिबंध एक ही दिन ज्यादा से ज्यादा प्रतिमाओं का विसर्जन बेरिकेड्स लगाने असमाजिक तत्वों पर लगाम कसने सहित कई विषयों पर निर्णय किया गया।







