डिंडोरी । जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक मंगलवार को विभागीय अधिकारियों के द्वारा जनसुनवाई सुबह 10:00 से दोपहर 1:30 बजे तक आयोजित की जाती है जनसुनवाई का मुख्य उद्देश्य जन की समस्याओं का निराकरण है लेकिन देखा जा रहा है कि एक ओर जहां जिला प्रशासन के द्वारा निरंतर प्रत्येक मंगलवार को जिला कलेक्टर कार्यालय में सुनवाई करते हुए ग्रामीणों की समस्याओं के निराकरण करने एवं उन्हें शासकीय योजनाओं से लाभान्वित करने का कार्य किया जा रहा है
वही डिंडोरी कलेक्टर नेहा मारव्या के द्वारा जिले के समस्त विकासखंडों के अधीनस्थ ग्राम पंचायत में जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय की तर्ज पर ग्राम पंचायत में जनसुनवाई प्रत्येक मंगलवार को करने के निर्देश जारी किए गए थे जिसमें ग्राम पंचायत सचिव पटवारी रोजगार सहायक सहित अन्य की मौजूदगी निर्धारित की गई थी जहां कलेक्टर डिंडोरी की मनसा को चरितार्थ उनका ही अमला करता नजर नहीं आ रहा यहां जिले की कुछ पंचायत की बात की जाए तो प्रत्येक मंगलवार को पंचायत में आयोजित होने वाली जनसुनवाई का गंभीरता पूर्वक परिपालन नहीं किया जा रहा है जिससे ग्रामीणों की छोटी एवं बड़ी समस्याएं अधर में पड़ी हुई है तो वही शासकीय योजनाओं का लाभ समय पर प्राप्त नहीं हो पा रहा है मामला करंजिया जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत बहारपुर का है यहां पंचायत में पदस्थ सचिव रोजगार सहायक सहित अन्य के द्वारा 23 सितंबर 2025 को जनसुनवाई 12:30 बजे तक नहीं की गई केवल ग्राम पंचायत में मोबिलाइजर अपने विभागीय कार्यों को करती हुई नजर आई जब उनसे ग्राम पंचायत में होने वाली जनसुनवाई के बारे में जानकारी दी गई तो उन्होंने बताया कि अभी तक जनसुनवाई शुरू नहीं हुई है ग्राम पंचायत के सचिव भी नहीं आए हैं एवं रोजगार सहायक का पता नहीं है पटवारी के बारे में उन्हें जानकारी नहीं हैl
स्पष्ट है डिंडोरी कलेक्टर नेहा मारव्या के द्वारा जारी किए गए निर्देश की किस प्रकार से अवहेलना जिम्मेदार कर रहे हैं l
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