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नशे में  डॉक्टर कर रहा था सरकारी अस्पताल में मरीजों का इलाज,मरीजों की आपत्ति के बाद बीएमओ से हुई शिकायत : ड्यूटी से हटाकर दूसरे डॉक्टर की लगाई ड्यूटी

कोतमा। डॉक्टर भगवान का रूप होते है। जिनपर किसी मरीज के जान बचाने की जिम्मेदारी होती है। वो ही यदि नशे की हालत में इलाज करना शुरू कर दे तो मरीज का तो भगवान ही मालिक होगा। डॉक्टरी का पेशा एक सम्मानित सेवा कार्य का पेशा है। मगर सरकारी संस्थान में ऐसे पदो पर नशे की हालत में सेवा दे रहे डॉक्टर संस्थान के साथ साथ इस सेवा कार्य को भी बदनाम करने में कोई कसर नही छोड़ रहे हैं। अपने विवादित मामलों को लेकर कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आज फिर मीडिया की सुर्खियों पर है। दरअसल कोतमा नगर के कई मरीज जो रांत में अस्पताल इलाज कराने जा रहे थे। उन्होंने मीडिया कर्मियों को फोनकर यह जानकारी दिए कि ड्यूटी डॉक्टर खुद दवाई लेकर टुन्न है और जो लड़खड़ाते हुए मरीजों को दवाई दे रहा है। ऐसे में किसी मरीज के गलत इलाज से जान से हाथ भी धोना पड़ सकता है। मामले की शिकायत पर संज्ञान लेकर उच्चाधिकारियों को सूचना देकर डॉक्टर को तत्काल हटाने की मांग की गई।

 

क्या है मामला

दरअसल मामला अनुपपुर जिलान्तर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोतमा का है जहां गुरुवार की दरम्यानी रांत लगभग 9:30 बजे रात ड्यूटी में अस्पताल में सेवा दे रहे डॉक्टर अभिनव सिंह के नशे की हालत में होने की जानकारी मीडिया कर्मियों तक पहुंची। जिसकी पुष्टि मीडियाकर्मियों ने अस्पताल में जाकर की। डॉक्टर अभिनव सिंह की हरकतों को देखकर वीडियो बनाये इलाज कराने आये मरीजों के बयान लिए। मामले की शिकायत खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मंनोज सिंह को दिए जिसपर खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मंनोज सिंह ने तत्काल डॉक्टर विकास पांडे को भेजकर अभिनव सिंह को ड्यूटी से हटा दिए।

 

नही कराया गया डॉक्टर का मेडिकल परीक्षण

कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की भरेसाही की लगातार शिकायतों व इलाज में लापरवाही को लेकर मंत्री दिलीप जैसवाल ने बीते दिन कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दौरा किये जहां उन्होंने अव्यवस्थाओ पर नाराजगी व्यक्त की व तत्काल बीएमओ डॉक्टर आर के वर्मा को हटाने व तीन स्टाफ को कारण बताओ नोटिश देने के निर्देश दिए। उसके बावजूद भी कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरो की लापरवाही है जो सुधरने का नाम नही ले रही है। उक्त मामले में भी जब मीडियाकर्मियों ने खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मंनोज सिंह को नशे की हालत में ड्यूटी कर रहे डॉक्टर अभिनव सिंह की शिकायत की तो उन्होंने उनकी जगह डॉक्टर विकास पांडे को तो भेज दिए मगर बांड में ड्यूटी कर रहे डॉक्टर अभिनव सिंह का मेडिकल टेस्ट कराना उचित नही समझे। हालांकि देखना अब यह होगा कि स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन उक्त मामले में क्या संज्ञान लेता है। बहरहाल कोतमा नगर की जागरूक जनता इस मामले पर विभागीय जांच कर कार्यवाही की अपेक्षा करती है।

 

इनका कहना है…

शिकायत के बाद डॉक्टर को रांत में ही ड्यूटी से हटा दिया गया है। सीएमएचओ ने कहा कि उसे हमारे पास भेज दीजिये हम देख लेंगे।

 

डॉक्टर मंनोज सिंह

 

खण्ड चिकित्सा अधिकारी

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