नर्मदा का जल स्तर बढ़ा : झमाझम बारिश शुरू, डूब गया पुल मंडला डिंडोरी मार्ग बंद
मंडला | लसावन लगते ही मानसून मेहरबान है। जिले सहित वन आंचलों में बारिश का दौर जारी है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में जहां रूक-रूककर हल्की मध्यम बारिश हो रही है वहीं वनों से आच्छादित क्षेत्रों में सावन की झड़ी लग गई है। जिले सहित डिंडौरी में हो रही बारिश के चलते नर्मदा के जल स्तर में बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं जिले में बीते 24 घंटों में 89.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इस बारिश से नैनपुर क्षेत्र का सामान्य जनजीवन प्रभावित हो गया है। थांवर नदी का पुल डूबने की वजह से मंडला-सिवनी मार्ग बंद हो गया है। जिसके बाद प्रशासन ने डायर्वट मार्ग से आवागमन करने के निर्देश जारी किये है।
बता दे कि जिले की सभी तहसीलों में जमकर बारिश का दौर शुरू हो गया है। बारिश की संभावना के चलते जिला प्रशासन ने बाढ़ नियंत्रण अमले को एलर्ट जारी किया है। तहसील स्तर पर नियुक्त बाढ़ नियंत्रण अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में बाढ़ के हालतों पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिये गये है। सूचना तंत्र को मजबूत किया गया। बताया गया कि जिले के आसपास के जिले व डिंडौरी में हो रही बारिश से नर्मदा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी होती है। इसके लिये सीडब्लूसी को तत्काल सूचना दी जाती है। जिला स्तर पर बनाया गया बाढ़ नियंत्रण कक्ष एवं नगरपालिका स्थति कंट्रोल रूम आपस में जानकारियों को सांझा करते है। जिससे बाढ़ आने के पूर्व ही इसकी सूचना मुख्यालय तक पहुंच जाये। बताया गया कि फिलहाल हालत अभी सामान्य है। नर्मदा के पाट चौड़े हो जाने के कारण बाढ़ का खतरा नहीं है।
प्रभावित होता है आवागमन
ग्रामों को मुख्य सड़क से जोडऩे वाले मार्ग अधिक बारिश में प्रभावित हो जाते है। अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों के मार्गो में कम ऊंचाई में पुल पुलियो का निर्माण हुआ है। बारिश के दौरान नैनपुर में थांवर नदी, भुआबिछिया में मटियारी नदी, बम्हनी में बंजर नदी के जलस्तर का बढऩा घटना जारी रहता है, जिससे पुल पुलियो का डूबना और उतरना बारिश के दौरान बना रहता है। इस बीच ग्रामीणों को आवगमन में परेशानियों का सामना करना पडता है। छोटे पुल, पुलिया डूबने से जिले के दर्जनों गांव का आवागमन प्रभावित हो जाता है।
रपटा देखने पहुंचे लोग
बारिश के दौरान नर्मदा के प्रचंड वेग का विहंगम दृश्य निहारने के लिए रपटा घाट में लोगों आते है। इस वर्ष शुरूआत में बारिश अच्छी नहीं होने से लोग यह दृश्य देखने से रह गए। नर्मदा के जल स्तर में अभी कोई खास बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। जिसके कारण इस बार छोटा रपटा पुल एक बार भी नहीं डूबा है। इस रोमांचित दृश्य को देखने लोग उत्सुक भी है। नर्मदा का मनोहारी दृश्य देखने के लिये लोग रपटा घाट, सहस्त्रधारा, संगम, जेल घाट, माली मोहगांव सहित नर्मदा तटीय क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही बढ़ जाती है। सुरक्षात्मक दृष्टी से नर्मदा के किनारे लोगों की हलचल बढऩे से पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है।