दिन में खाने बैठे तो थालियां हिलती है, सोने के वक्त बम जैसी आवाजें आती है, आप कहो तो गांव छोड़ दें
- गोसलपुर के ग्रामीण खदान से परेशान, कलेक्टर के पास पहुंचकर सुनाई व्यथा

जबलपुर, यशभारत। गांव वालों का चैन-सुकून खो गया है, दिन में खाने बैठो तो थालियां हिलती है, मुंह में निवाला नहीं जाता है, सोने वक्त बम फूटने जैसी आवाजें आती है। ऐसा लगता है गांव छोड़कर चले जाए। आप कहो सर तो कल ही गांव खाली कर देंगे। यह बात गोसलपुर ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने कलेक्टर डॉक्टर इलैयाराजा टी से कही। ग्रामीण गांव में अवैध खदान को बंद कराने को लेकर कलेक्टर के पास पहुंचे थे। ग्रामीणों का कहना था कि अवैध खदान की वजह से 500 घरों की बस्ती में रहने वाले लोग भयभीत है। खदान मालिक धमकी देता है कि इसकी किसी से शिकायत की तो अच्छा नहीं होगा। कलेक्टर ने ग्रामीणों की शिकायत सुनकर उचित कारज़्वाई का आश्वासन दिया।
गांव के पंच राजेंद्र सिंह परिहार, जमना साहू, अमित परिहार, जानकी बाई झारिया आदि ने बताया कि अवैध खदान की वजह से 60 गांव के लोग परेशान है, क्योंकि गोसलपुर गांव में शासकीय अस्पताल है जहां आसपास के लोग इलाज कराने पहुंचते हैं। खदान से खुदाई कर पूरे समय ट्रक यहां से गुजरते हैं जिसकी वजह से ग्रामीणों को परेशानी होती है।
बच्चों ने खेलना छोड़, रहते है घर में
ग्रामीणों ने कलेक्टर को बताया कि यह खदान किसी नीरज श्रीवास्तव की है जो ग्रामीणों को धमकी देता है कि इसकी शिकायत किसी से की तो ठीक नहीं होगा। खदान की वजह से बच्चों ने घरों से बाहर निकल बंद कर दिया है। यहां तक कि खेलने पर भी प्रतिबंध हो गया है। बच्चे खेलने जाते हैं तो खदान से निकलने वाली धूल से बीमार होते हैं और भारी तदाद में निकलने वाले डंफर से दुघज़्टना होने का अंदेशा भी बना रहता हैं।
मकान कभी भी गिर सकते हैं
ग्रामीणों का कहना है कि खदान की थर्राहट से उनके मकान कभी भी गिर सकते हैं। मकानों में दरारें आ चुकी है, खदान से खुदाई के वक्त मकान हिलते है। इसकी वजह से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। ग्रामीणों ने बताया कि इस संबंध में अनेक शिकायतें सिहोरा अधिकारियों से की गई परंतु किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया।