तहसीलदार आज भी छ़ुट्टी पर 3 सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी : तहसील कार्यालयों में कामकाज प्रभावित

जबलपुर। जबलपुर सहित पूरे मध्यप्रदेश में तहसीलदार और नायब तहसीलदार अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सामूहिक अवकाश पर 3 दिनों के लिए चले गए हैं। आज उनके सामूहिक अवकाश व विरोध प्रदर्शन का दूसरा दिन है। इससे पहले रविवार को तहसीलदार और नायब तहसीलदार ने अपने विरोध प्रदर्शन तहत सरकारी ग्रुप व्हाट्सएप ग्रुप को छोड़ दिया था। वहीं शासकीय वाहन और डिजिटल सिगनेचर डोंगल भी वरिष्ठ अधिकारियों को सौंप दिए थे जिसके बाद कल सोमवार से नायब तहसीलदार, तहसीलदार और एसएलआर सामूहिक अवकाश लेते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दूसरी ओर कलेक्ट्रेट कार्यालय में मध्यप्रदेश कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के बैनर तले जबलपुर जिले के समस्त तहसील के तहसीलदार और नायब तहसीलदार और एसएलआर ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
तहसीलदारों के मुताबिक वे अपनी विभिन्न मांगों को लेकर राज्य सरकार और वरिष्ठ अधिकारियों को ज्ञापन के माध्यम से अपनी समस्याओं की जानकारी दे चुके हैं परंतु इसके बाद भी अभी तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की जा रही हैं। यही वजह है कि प्रमुख तीन सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश स्तर पर आंदोलन किया जा रहा है जिसमें नायब तहसीलदार तहसीलदार का पदोन्नति, ग्रेड पे बढ़ाए जाना। नायब तहसीलदारों को राजपत्रित अधिकारी घोषित करने जैसी प्रमुख मांगे हैं। जो कि लंबे समय से लंबित है। लेकिन राज्य सरकार के द्वारा मांगों पर किसी भी प्रकार का विचार नहीं किया जा रहा। इसको लेकर चरणबद्ध आंदोलन किया जा रहा है। राजस्व अधिकारियों के सामूहिक अवकाश पर चले जाने से सीमांकन, बंटवारा, नामांकन आदि राजस्व कार्यों के लिए लोगों को यहां-वहां भटकने के लिए मजबूर होना पड़ा। तहसील कार्यालय में अधिकारियों के न होने से सन्नाटा पसरा रहा। विशेषतौर पर इस समय ओला और पानी से फसलों के खराब होने के कारण क्षति के सर्वे का काम रुका हुआ है जिससे किसान परेशान हैं।