कटनीमध्य प्रदेश

डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के नाम पर लूट, मिट्टी मिलाकर बढ़ाया जा रहा वजन, नगर निगम से लिया जा रहा मनमाना भुगतान, एमएसडब्ल्यू कंपनी का कारनामा

कटनी, यशभारत। नगर निगम की डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन व्यवस्था पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। शहर की सफाई का जिम्मा उठाने वाली एमएसडब्ल्यू कंपनी पर आरोप लग रहे हैं कि वह कचरे में मिट्टी मिलाकर वजन बढ़ा रही है और नगर निगम से मोटी रकम वसूल रही है। एक ऐसा ही मामला रपटा पेट्रोल पंप के पास का सामने आया है, जहां कचरा गाड़ी ने सडक़ किनारे जमी गीली मिट्टी को कचरे की तरह गाड़ी में लोड किया। इसका मतलब है कि जितना ज्यादा वजन, उतना ज्यादा भुगतान। स्थानीय लोगों के साथ ही विपक्ष का आरोप है कि कंपनी शुरू से ही 1 टन कचरे में मिट्टी मिलाकर उसे 1.5 टन तक बढ़ाने का खेल खेल रही है। समय-समय पर इसके वीडियो और फोटो भी सामने आते रहे हैं, मगर जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधि हर बार कार्रवाई से बचते दिखे। बताया जा रहा है कि नगर निगम रोजाना लगभग 120 टन कचरा एमएसडब्ल्यू को सौंपता है, जबकि वास्तविक कचरा 100 टन से भी कम होता है। कंपनी को रोज करीब अधिकतम ट्रिपो का भुगतान किया जाता है। यानि सीधे-सीधे करोड़ों की हेराफेरी, और यह सब नगर निगम के जिम्मेदारों की आंखों के सामने हो रहा है।
नगर निगम के अधिकारियों की मिलीभगत
नगर निगम के संबधित योजना अधिकारी व स्वास्थ्य अधिकारी की चुप्पी और जनप्रतिनिधियों का मौन सवाल खड़ा करता है कि कहीं यह सब सुनियोजित मिलीभगत का नतीजा तो नहीं है। यदि अधिकारी वाकई अनजान हैं तो यह लापरवाही है और अगर जान बूझकर आंखें मंूद रखी हैं तो यह भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है। दोनों ही हालात में नुकसान सिर्फ जनता और सरकार का हो रहा है।
कमिश्नर ने भी किया निरीक्षण
शहर की जनता अब ठगी से परेशान है और सख्त कार्रवाई की मांग कर रही है। लोग चाहते हैं कि पूरे कचरा प्रबंधन अनुबंध की जांच उच्चस्तरीय कमेटी से कराई जाए। भुगतान प्रणाली सिर्फ वजन पर नहीं, बल्कि जीपीएस व वास्तविक डाटा से जोड़ी जाए। दोषी कंपनी और अधिकारियों पर तत्काल कड़ी कार्रवाई हो। साफ है कि घर-घर कचरा कलेक्शन की आड़ में कटनी में खजाने की लूट मची हुई है। अब जनता पूछ रही है कि नगर निनगम और कंपनी का खेल कब तक चलेगा। विदित हो कि पिछले दिनों नगर निगम की आयुक्त तपस्या परिहार ने भी प्लांट का दौरा किया था और कंपनी की लापरवाही पाई थी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button