
एक डॉक्टर के साथ 30 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। यहां डॉक्टर के पास मरीज बनकर पहुंचे ठगों ने पुराने सोने का लालच देकर डॉक्टर से 40 तोला सोना और 11 लाख नकद लेकर चंपत हो गए। बाद में जांच करवाने पर डॉक्टर को पता चला कि उसने जो पुराना सोना लिया है वह तो पीतल है। ठगी का शिकार होने के बाद डॉक्टर ने इसकी शिकायत आजाद नगर पुलिस के पास की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
थाना प्रभारी आजाद नगर इंद्रेश त्रिपाठी के अनुसार राज महल कालोनी रहने वाले डॉ. गणेश उदासी ने शिकायत की थी कि पिछले दिनों उसके चमेली देवी क्लीनिक पर तीन युवक आए थे। इनमें से एक ने बीमार होने की बात कही। वे तीन दिन डॉक्टर के यहां आते-जाते रहे। इसी बीच एक व्यक्ति ने डॉक्टर से कहा कि साहब उनके पास पुराने जेवरात हैं, उनको पैसे की आवश्यकता है। आप बिकवा दो। इस पर डॉक्टर ने कहा कि मैं अपने परिचित के यहां बिकवा दूंगा।
इस बीच डॉक्टर के मन में भी लालच आया और उसने कहा कि तुम्हें कितने पैसे की आवश्यकता है। मैं दे देता हूं। डॉक्टर ने नकली सोना ले लिया और उसके बदले में अपने घर में रखा 40 तोला सोना और 11 लाख नकदी उन्हें थमा दिए। ठगों ने कहा कि जब यह बिक जाए तो आपका सोना वापस ले लेना। चूंकि डॉक्टर को उन पर विश्वास हो गया था, इसलिए शंका नहीं हुई और वह सोना लेकर चंपत हो गए। जब नकली सोने की जांच की गई तो वह सोना नहीं पीतल का निकला। टीआई का कहना है कि आरोपियों ने पीतल के जेवरात पर सोने की पाॅलिश कर रखी थी, इसीलिए डॉक्टर भी ठगी का शिकार हो गए।
डॉक्टर को परेशानी बताकर किया राजी
मरीज ने परेशानी की बात कहकर डॉक्टर को झांसे में लिया। उन्होंने पुराने सिक्के और सोने के पत्ते बिकवाने के लिए डॉक्टर को राजी किया। यह लोग कहां से आए थे, यह भी क्लीयर नहीं हो पाया है। डॉक्टर से भी पुलिस उनके विषय में जानकारी ले रही है। पुलिस अब आरोपियों की तलाश में जुट गई है। आजाद नगर पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है।