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डेंगू-मलेरिया का कहर : जहरीले लार्वा पनपे, अब कोविड कंट्रोल रुम से डेंगू को करेंगे कंट्रोल

स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर , विक्टोरिया, मेडिकल अस्पताल में लगीं मरीजों की लंबी-लंबी कतारें

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जबलपुर, यशभारत। कोविड-19 के बाद जबलपुर में डेंगू और मलेरिया के कहर से लोगों में हाहाकार मचा हुआ है। नगर निगम का स्वास्थ्य अमला गहरी नींद में था, वर्षा हुई और पानी के ठहराव के बाद जहरीले लार्वा पनप गए। इतना ही नहीं शहर के नालों का भी वर्षा के पहले उचित प्रबंधन नहीं किया गया। जिससे स्थिति यह हो गई कि अब मच्छरों के डंक से बचना मुश्किल है। विक्टोरिया-मेडिकल सहित निजी अस्पताल फु ल हो गए हैं। सरकारी रिकॉर्ड में भले करीब एक से दो सैकड़ा मामले दर्ज हैं, लेकिन रांझी, अधारताल, महाराजपुर, उजारपुरवा, गढ़ा, गोकलपुर, घमापुर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी हर घर में कोई न कोई बीमार है। मेडिकल में तो स्थिति यह है कि लोग धूप में पर्ची कटवाने घंटों अपनी बारी का इंतिजार कर रहे है तो वहीं विक्टोरिया अस्पताल में भी पैर रखने की जगह नहीं है। इसी बची स्वास्थ्य अमला अलर्ट मोड पर है। जिसके चलते अब कोविड कंट्रोल रुम में भी डेंगू के मरीजों की समस्याएं सुनकर उनको उचित परामर्श दिया जाएगा।

डेंगू के कहर के बीच अस्पताल संचालकों की लूट भी शुरू हो गई है। अस्पताल संचालक 50 हजार प्लेटलेट्स होते ही मरीजों के परिजनों को डरा कर प्लेटलेट्स लाने का दबाव डाल रहे हैं। प्लेटलेट्स के लिए डोनर की जैसे-तैसे परिजन व्यवस्था कर ब्लड बैंक पहुंचते हैं तो वहां किट ही नहीं मिल रही है। ब्लड बैंकों में किट के लिए नंबर लगाने पड़ रहे हैं, जो चंद घंटों में ही समाप्त हो जा रही है।

कोविड के साथ अब डेंगू की भी शिकायतें सुनेगा कंट्रोल रुम
शहर में डेंगू के पनपने के बाद स्वास्थ्य विभाग के लोगों को फौरी राहत प्रदान करने के लिए कोविड कंट्रोल रुम को अब डेंगू कंट्रोल रुमें भी परिवर्तित कर दिया है। सीमएचओ रत्नेश कुररिया ने बताया कि अब कोविड कंट्रोल रुम में भी डेंगू मरीज शिकायत कर, समाधान प्राप्त कर सकते है। उनकी पूरी मदद की जाएगी और इलाज पहुंचाया जाएगा। स्थिति कंट्रेाल में है। घबराने की जरुरत नहीं है।

लक्षण दिखते ही डॉक्टर से लें परामर्श
सीमएचओ रत्नेश कुररिया ने यशभारत से चर्चा करते हुए कहा कि लोग बिल्कुल भी ना घबराएं। सावधानी बरतनेे की आवश्यकता है। पूरी बांह की शर्ट पहनें, घर के आसपास पानी का जमावड़ा ना लगने दें। कूलर आदि की सफाई करते रहें, उसमें मच्छर पनपने की संभावना रहती है।
ये हैं लक्षण
तेज बुखार
शरीर में दर्द
लाल दाने निकलना

जरुरतमंद तक ही पहुंचाएं किट
शहर में डेंगू के डंक और निजी अस्पतालों की लूट के बाद मची मची त्राहिमाम के बाद स्वास्थ अमला गहरी नींद से जाग गया है। स्वास्थ्य विभाग ने ब्लड बैंकों को साफ हिदायत दी है कि जरूरतमंद मरीजों तक ही
एसडीपी पहुंचाएं। 20 हजार से कम काउंट वाले मरीजों (रक्तस्त्राव सहित अन्य समस्या को छोड़कर) के लिए ही प्लेटलेट्स दें।

नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीमें गठित
शहर में मची त्राहिमाम के बीच स्वास्थ्य अमले ने अपनी टीमें गठित कर, मैदान में उतारी हैं। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो जहां डेंगू और मलेरिया के अधिक मरीज मिल रहे है, वहां के अमले को अलर्ट मोड पर रखा गया है। विक्टोरिया में 24 घंटे डेंगू की जांच की जा रही है। इतना ही नहीं मरीजों को विक्टोरिया से प्लेटलेट्स दिया जा रहा है।

विक्टोरिया-मेडिकल में बढ़ी संख्या
डेंगू और मलेरिया के मरीजों से जिला अस्पताल विक्टोरिया और मेडिकल कॉलेज करीब-करीब फुल हो रहा है। बुखार से पीडि़त मरीजों में सर्वाधिक संख्या डेंगू के लक्षण वाले मिल रहे हैं। मरीजों के बढऩे के साथ ही बिस्तर की मारामारी शुरू हो गई है। विक्टोरिया में मरीजों का दबाव बढ़ा तो वहां स्थिति ज्यादा विकट हो रही है। बड़ी संख्या में ऐसे भी डेंगू के मरीज हैं, जो घर पर ही रहकर इलाज करा रहे हैं। इतना ही नहीं अनेक मरीज तो कैमिस्ट से दवा लेकर काम चला रहा है, जो खतरनाक है।

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