
कटनी, यशभारत। ऑनलाइन सट्टेबाजी के व्यापार में लिप्त सूर्योदय बैंक मामले के मुख्य आरोपी को माधवनगर पुलिस ने पकडऩे में सफलता हासिल की है। पकड़े गए मुख्य आरोपी के पास से पुलिस को कई अहम दस्तावेज भी मिले हैं, जिसके आधार पर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि मुख्य आरोपी के पकड़े जाने के बाद बरामद हुए दस्तावेजों से पुलिस अन्य आरोपियों तक पहुंचने में मदद मिलेगी। इस कारनामे के पीछे और भी कई बड़े नाम शामिल होने की आशंका है। यदि गंभीरतापूर्वक प्रकरण की जांच की जाए तो कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं। विदित हो कि विगत की 1 फरवरी को अंकिता गुप्ता, शाखा प्रबंधक, सूर्योदय बैंक राजीव गांधी वार्ड द्वारा थाने में उपस्थित आकर एक लिखित शिकायत दी थी कि 12 दिसंबर को ग्राम गैंतरा के विवेक पटेल पिता राकेश पटेल ने सूर्योदय बैंक कटनी द्वारा आधार कार्ड पेन कार्ड व संबंधी दस्तावेज मोबाईल नंबर जमा कर खाता खुलवाया गया था। कुछ समय बाद विवेक पटेल द्वारा अन्य लोगों के खाते भी खुलवाए गए थे। सभी खोले गये खातों में अत्याधिक पैसा जमा होने पर सूर्योदय बैंक की एफॅआरएम टीम द्वारा खातों की निगरानी की गई।
जिसमें उक्त खातों के ट्रान्जेक्शन संदेहास्पद पाये जाने पर एफआरएम टीम द्वारा निर्देशित करने पर शाखा प्रबंधक द्वारा इन खातों को डेविट फ्रीज किया गया तथा संबंधित खाताधारकों से उनके खातों के ट्रान्जेक्शन के संबंध में पूछताछ की गई, तो खाताधारकों नें बताया उन्होंने विवेक पटेल के कहने पर यह फर्जीबाड़ा किया है। बैंक द्वारा विवेक पटेल से की गई पूछताछ में उसने बताया कि यह फर्जीबाड़ा करने के लिये उसे दुर्गेश यादव निवासी शाहनगर पन्ना ने कहा था और उसकी एवज में प्रतिमाह 25 हजार रुपये सैलरी और 1 हजार रुपये प्रतिदिन देने को कहा था। विवेक ने यह भी बताया कि दुर्गेश यादव ने उसे अलग-अलग मोबाइल नंबरों की सिम देकर यह कहा था कि अपने गांव के जिस भी व्यक्ति का खाता खुलवाओगे तो बैंक में यही मोबाइल नंबर देना उस व्यक्ति का मोबाइल नंबर नहीं देना।
विवेक पटेल व दुर्गेश यादव इस फर्जीबाड़े में सक्रिय रूप से शामिल है और अन्य खाता धारकों के साथ खातों का दुरूपयोग करके, गैरकानूनी काम व धोखाधड़ी कर खातों से अवैध लाभ उठाकर इस प्रकार की धोखाधडी की गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कर वैधानिक कार्यवाही करने की कृपा करें। जिसके अवलोकन पर आरोपी विवेक पटेल, दुर्गेश यादव एवं अन्य लोगों के विरूध्द प्रथम दृष्टया अपराध धारा 420, 34 भादवि का प्रकरण पंजीबध्द कर विवेचना मे लिया गया। विवेचना दौरान पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन द्वारा फरार आरोपी दुर्गेश प्रताप यादव की तलाश हेतु लगातार दिशा निर्देश दिये जा रहे थे।
जिसके परिणामस्वरूप थाना प्रभारी मनोज गुप्ता के नेतृत्व में एसआई उदयभान मिश्रा, एएसआई दुर्गेश तिवारी व टीम के अन्य सदस्यों द्वारा मुखबिरों की सूचना पर कल मुख्य आरोपी दुर्गेश प्रताप यादव पिता प्रमोद यादव उम्र 23 साल निवासी ग्राम गिधोड़ा थाना शाहनगर जिला पन्ना को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपी के कब्जे से अपराध में उपयोग किये गये मोबाइल व दस्तावेज भी पुलिस को प्राप्त हुये है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि टेलीग्राम एप के माध्यम से ऑनलाइन गेमिंग, सट्टे खिलाने के अपराध में संलिप्त हुआ। ऑनलाइन गेमिंग सट्टे के पैसों के लेनदेन के लिये कटनी व अन्य शहरों में कई लोगों के खाते खुलवाये गये। आरोपी से इस संबंध में कटनी पुलिस द्वारा लगातार सघन पूछताछ की जा रही है।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
आरोपी को गिरफ्तार करने में टीआई मनोज गुप्ता, एसआई उदयभान मिश्रा, एसआई दुर्गेश तिवारी, एएसआई मनोज कुड़ापे, प्रधान आरक्षक लालजी यादव, आरक्षक अभय यादव, आरक्षक रवीन्द्र, शिवकुमार एवं सायबर सेल से प्रधाान आरक्षक प्रशांत विश्वकर्मा, आरक्षक अमित श्रीपाल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।