जबलपुरमध्य प्रदेश

जे.डी.ई कार्यालय बना भ्रष्टाचार का अड्डा** *भ्रष्टाचार में लिप्त जे.डी.ई को तत्काल निलंबित किया जाये**

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जबलपुर। म0प्र0 तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि आज दिनांक 12.10.2021 को संयुक्त संचालक लोक शिक्षण जबलपुर संभाग जबलपुर के प्रभारी संयुक्त संचालक राममोहन तिवारी अपने कार्यालय की चौकीदार अनीशा बाई से रू 21000/- रूपये रिश्वत की मांग कर रहे थे, चौकीदार महिला द्वारा जिसकी शिकायत लोकायुक्त जबलपुर से की गई लोकायुक्त टीम द्वारा कार्यालय के के स्टेनो सहित दो लिपिकों को रंगे हाथों ट्रेप किया गया। जबकि महिला चौकीदार का कहना है कि जे.डी.ई द्वारा भ्रष्टाचार के पैसे स्वयं न लेते हुए अपने अधीनस्थ कर्मचाचारियों को देने के लिए कहा गया था, जे.डी.ई के कहने पर महिला चौकीदार द्वारा बताये गये कर्मचारियों को रिश्वत की रकम सौंप दी गई। यहां उल्लेखनीय है कि श्री राममोहन तिवारी संस्कारधानी में 18 वर्ष पूर्व प्राचार्य 10+2 के पद मानटेसरी जबलपुर में पदस्थ हुए थे, वहीं पर उन्हें तीन-तीन सहायक संचालक, उपसंचालक, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी एवं प्रभारी संयुक्त संचालक के रूप में इन्हें प्रोफारमा पदोन्नति मिली। इनके भ्रष्टाचार में संलिप्ता 18 वर्षों से इन्हें जमा रखी है। जे.डी.ई कार्यालय का भ्रष्टाचार इतनी चरम सीमा पर पहुंच गया है कि अपने ही कार्यालय में पदस्थ महिला चौकीदार से भी रिश्वत लेने में परहेज नहीं है। संघ के योगेन्द्र दुबे, अटल उपाध्याय, मुकेश सिंह, मन्सूर बेग अदि ने एस.पी. लोकायुक्त मांग की गई है कि इनके मान्टेसरी में विगत 18 वर्षों के कार्यकाल की अति सूक्षम आर्थिक अनियममितताओं की जांच की जाये,साथ ही आयुक लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल को ई-मेल के माध्यम से पत्र भेजकर प्रभारी जे.डी.ई के निलंबन की मांग की है।

भवदीय
योगेन्द्र दुबे

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