जिला कार्यसमिति की बैठक से कटा सदस्यों का पत्ता
लोकसभा चुनाव के बाद हुई पहली बैठक से विशेष आमंत्रितों को भी रखा दूर

कटनी, यशभारत। लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार आज आयोजित हुई भाजपा की जिला कार्यसमिति बैठक में सीनियर नेताओं और कार्यसमिति सदस्यों को नहीं बुलाया गया। इन्हें बैठक से दूर रखने की वजह क्या है, यह तो संगठन के जिम्मेदार लोग ही जानें, लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है, जब चुनाव में बड़ी सफलता मिलने के बाद पार्टी ने उन नेताओं से परहेज कर लिया, जिन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान पसीना बहाया। अनेक वरिष्ठ नेताओं ने यशभारत से बातचीत में कहा कि साल में दो-तीन मौके ही ऐसे आते हैं, जब पार्टी दफ्तर में वरिष्ठों की पूछ परख होती है, लेकिन वर्तमान दौर में पार्टी जिन तौर तरीकों से चल रही है, उसमें कुछ भी सम्भव है। बैठक से मंडलों के महामंत्रियों को भी दूर रखा गया।
6 अप्रैल को पार्टी के स्थापना दिवस के बाद संभवत: पहली बार जिला कार्यसमिति की बैठक हुई है। इस बीच लोकसभा चुनाव भी निकल गए और नतीजे भी पार्टी के फेवर में आ गए। विधानसभा चुनाव में जिले की चारों सीटें जीतने की खुशी के बाद लोकसभा में जिले के 3 विधानसभा क्षेत्रों से मिली बढ़त को भले ही पार्टी के सरदार वीडी शर्मा कार्यकर्ताओं की मेहनत बता रहे हों, लेकिन वही कार्यकर्ता पार्टी के दफ्तर में होने वाली खास बैठक में ही अपेक्षित नहीं। कुछ दिन पहले भोपाल में प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हुई थी, जिसमें पहली बार मंडल अध्यक्षों को भी बुलाया गया था। कहा जा रहा है कि इसी का अनुसरण करते हुए जिला कार्यसमिति बैठक में बूथ के अध्यक्षों को बुलाया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। ताज्जुब तो इस बात पर है कि जिला कार्यकारिणी सदस्यों के साथ जिला कार्यसमिति सदस्यों और विशेष आमंत्रित सदस्यों की भी बैठक में कोई उपयोगिता नहीं समझी गई। अपना नाम न छापने की शर्त पर यशभारत से बातचीत में एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि ऐसी कौन सी कार्ययोजना बन रही थी, जिसमें लिमिटेड लोग ही इसके पात्र थे। बाकी से पार्टी को गोपनीयता भंग हो जाने का खतरा था। उधर दूसरी ओर चुनाव के पहले जिला कार्यकारिणी में किये गए फेरबदल में जिन नेताओं को पदों से हटाकर पसंदीदा लोगों की ताजपोशी की गई, उसको लेकर अब भी असन्तोष थमा नहीं है, अब इस बार इन्हें कार्यसमिति की बैठक से भी दूर कर दिया गया।
इन मुद्दों पर बातचीत
जिला कार्यसमिति की बैठक के एजेंडे के बारे में जो जानकारी हासिल हुई है, उसके मुताबिक राजनैतिक व शोक प्रस्तावों के साथ महामहिम राष्ट्रपति के अभिभाषण का समर्थन किया जाना था। इसके अलावा आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा पर चर्चा के साथ मंडल प्रभारियों के दायित्वों में फेरबदल की भी चर्चा थी। सूत्र बताते हैं कि जिन नेताओं की रिपोर्ट चुनाव में ठीक नही थी, उनके पर कतरे जा सकते हैं।
ऊपर से आये फॉरमेट पर बुलावा : जिला महामंत्री
इस सिलसिले में जब पार्टी के जिला महामंत्री सुनील उपाध्याय से बात की गई तो उनका कहना था बैठक में कौन पात्र है, इसको लेकर प्रदेश कार्यालय से फार्मेट भेजा गया था, उसी आधार पर आज की बैठक में आमंत्रित किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश कार्यालय में इस बार वृहद बैठक हुई है। इसी तरह आगामी दिनों में मंडलों की बैठक भी वृहद होगी। उसमें सम्बंधित निवास क्षेत्र के नेताओं को अवसर मिलेगा।
