जिन्होंने नहीं बनाए 50 सदस्य मेनुअल सदस्यता के जरिए वे भी मंडल अध्यक्ष की दौड़ में

कटनी, यशभारत। भारतीय जनता पार्टी के संगठन चुनाव में अलग तरह के समीकरण सामने आ रहे हैं। जिले में 23 मंडल हैं, जिनमें से अधिकांश में अपनी पसंद के अध्यक्ष बनाने के लिए विधायकों ने रुचि दिखा दी है। सूत्र बताते हैं कि जिन नेताओं ने सदस्यता अभियान में रुचि नहीं भी ली और सक्रिय सदस्यता के लिए 50 मेंबर तक नहीं बनाए, किंतु यदि वे किसी विधायक के खास हैं तो उन्हें मंडल अध्यक्ष बनाने की सिफारिश की जा चुकी है। विधायकों ने ऐसे नेताओं को ओबलाइज करने के लिए मैनुअल सदस्यता का रास्ता निकाल लिया है, अर्थात जिसे मंडल अध्यक्ष बनाना है और उसने 50 मेंबर नहीं भी बनाए हैं तो बहियों में 50 रसीदें काटकर उन्हें सक्रिय सदस्यता दे दी जाएगी और फिर वे मंडल अध्यक्ष का पद हासिल करने के पात्र बन जाएंगे।
जानकारी के मुताबिक पार्टी ने मंडल अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया 15 दिसंबर तक तथा जिलाध्यक्ष के निर्वाचन की सारी प्रक्रिया 30 दिसंबर तक निपटा लेने का कार्यक्रम बना लिया है, इस हिसाब से जिले में भी सक्रियता आ चुकी है। चारों विधानसभा क्षेत्रों में विधायक अपनी पसंद के नेताओं को संगठन के अहम पद पर बिठाना चाहते हैं ताकि उन्हें राजनीतिक कामकाज में मदद मिल सके साथ ही मंडल अध्यक्ष उनकी मंशा के मुताबिक कार्य करते हुए उनकी जमीन मजबूत कर सकें। सूत्र बताते हैं कि जिले के चारों विधायकों ने अपनी पसंद के नाम दे दिए हैं। वर्तमान में जो मंडल अध्यक्ष काम कर रहे हैं उनमें से कुछ तो रिपीट हो जाएंगे, क्योंकि इनका विधायकों से अच्छा तालमेल चला आ रहा हैए जबकि जिन मंडलों से विधायकों को नाखुशी है, वहां नए चेहरे आगे कर दिए गए है। एक जानकारी के मुताबिक करीब आधे मंडलों में इस बार अध्यक्ष बदल जायेंगे। पार्टी ने इस बार इस पद के लिए 10 साल की एज लिमिट और बढ़ा दी है, यानी अब 45 साल तक के नेता मंडल अध्यक्ष बन सकेंगे। इस बदलाव के बाद कुछ पुराने नाम फिर सक्रिय हो गए हैं, जो खुदको दौड़ से बाहर मान चुके थे। सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने सदस्य संख्या बढ़ाने के लिए जोर शोर से प्रचारित किया कि पद उसे ही मिलेंगे, जो 100 सदस्य बनाएगा, किंतु सदस्यता अभियान के बाद अब उन नेताओं को मौका दिया जा रहा है, जिन्होंने सदस्यता अभियान से सरोकार भी नहीं रखा। कल राजधानी भोपाल में संगठन चुनाव के सिलसिले में हुई बड़ी और अहम बैठक में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा स्वयं मौजूद थे। कटनी से भी जिलाध्यक्ष के साथ कई ऐसे प्रमुख नेताओं ने इस बैठक में हिस्सेदारी की जो संगठन चुनाव के दायित्वों में बने हुए हैं। इन्हें जरूरी टिप्स भी दिए गए। कटनी के मामले में प्रदेश अध्यक्ष की खास रुचि भी है क्योंकि यह इलाका सीधे तौर पर उनके लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। इस वजह से वे मंडलों से लेकर जिले तक अपनी टीम चाहते हैं।
शहर के तीन में से दो मंडल अध्यक्ष होंगे रिपीट, जिलाध्यक्ष के लिए सहमति की कोशिश
सूत्र बता रहे हैं कि कटनी शहर के अंतर्गत आने वाले मुड़वारा, कटनी ग्रामीण और माधवनगर मंडलों में से 2 अध्यक्ष रिपीट हो सकते हैं। जिलाध्यक्ष के लिए जो जानकारी आ रही है उसके मुताबिक ऊपर स्तर पर एक नाम पर सहमति बनाने की कोशिशें शुरू हो गई है। अगर दीपक सोनी टंडन को बदलने के लिए प्रदेश हाइकमान पर दबाव ज्यादा बढ़ गया तो फिर उसी खेमे का दूसरा नाम तैयार रखा जा रहा है। इस नाम पर विधायकों को राजी करने का जिम्मा खुद वीडी शर्मा ने ले रखा है। सूत्र बता रहे हैं कि विधायक संगठन में बदलाव के पक्षधर हैं लेकिन अगर वीडी शर्मा अपनी ओर से किसी नाम पर राय मांगेंगे तो विधायक उस पर सहमति दे सकते है। शायद ही कोई अड़ंगेबाजी हो।