जब तक जियूं, मैं सुहागन रहूं, अखंड सौभाग्य की कामना के साथ महिलाओं ने रखा करवाचौथ का व्रत,

कटनी, यशभारत। पति की लंबी आयु की कामना को लेकर मनाए जाने वाले करवा चौथ के पर्व को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है। महिलाओं ने आज सुबह से ही निर्जला व्रत रखा है और पूजा की तैयारियों में जुटी हुई है। शाम को चंद्रमा के दर्शन के बाद व्रत का समापन किया जाएगा। शहर में करवा चौथ को लेकर बाजारों में चहल पहल देखी जा रही है। जगह-जगह करवा की दुकानें सजी हुई हैं। यहां पिछले दो दिनों से जमकर खरीददारी हो रही है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर करवा चौथ का पर्व मनाया जाता है। यह सुहागिनों के सबसे बड़े त्योहार में से एक है। सुहागिनों को करवा चौथ व्रत का इंतजार साल भर रहता है। महिलाएं इस दिन 16 श्रृंगार करके पूरे दिन निर्जला वृत रखती हैं। शाम को माता करवा की पूजा और कथा सुनती हैं, फिर रात को चांद के निकलने पर अध्र्य देते हुए पति के हाथों से पानी पीकर व्रत का पारण करती हैं।
सनातन संस्कृति का महत्वपूर्ण पर्व
सनातन संस्कृति और सौभाग्यवती महिलाओं का महत्वपूर्ण पर्व करवाचौथ का पर्व पारंपरिक आस्था और आधुनिक अंदाज का संगम बनकर सामने आया है। शहर के सुभाष चौक, स्टेशन रोड और बाजार के प्रमुख स्थलों में महिलाएं खरीददारी करती दिखी है। करवा, छलनी, सोलह श्रृंगार और गिफ्ट आइटम की दुकानों पर दिनभर खरीददारी का सिलसिला चलता रहा। नवविवाहित जोड़ों में खास उत्साह देखा जा रहा है। पहली बार करवाचौथ मना रहीं महिलाएं मेकअपए मेहंदी, ज्वेलरी और करवे की खरीदारी में जुटी हैं। पति भी अपनी पत्नी को खुश करने के लिए उपहारों की तलाश में है। बाजारों की चहल-पहल और रंग-बिरंगी सजावट ने पूरे शहर को त्योहार के रंग में रंग दिया है।
बाजार में इन आयटमों की जबरदस्त मांग
करवाचौथ पति-पत्नी के प्रेम का प्रतीक होने के कारण कपल गिफ्ट्स की बाजार में जबरदस्त मांग बनी हुई है। इस साल भी गिफ्ट मार्केट और ऑनलाइन प्लेटफार्म पर कपल्स के लिए आकर्षक तोहफों की भरमार है। इनमें कस्टमाइज्ड मग, फोटो फ्रेम, हार्ट शेप कुशन, परफ्यूम कैंडल्स, डेकोरेटिव हेम्पर, चॉकलेट बॉक्स, ज्वेलरी सेट और मेकअप किट जैसे उपहार शामिल हैं। इनकी कीमत 300 रुपए से शुरू होकर हजारों रुपए तक पहुंचती है।
नई डिजाइन और नया ट्रेंड
पारंपरिक छलनी के साथ आधुनिक टच आधुनिक वाली डिजाइन चुन रही हैं। इस बार छलनियों में भी नई डिजाइन का ट्रेंड देखने को मिल रहा है। क्रिस्टल वर्क, मिरर बॉर्डरए एलईडी लाइट वाली छलनी और गोल्डन मेटल फिनिश छलनी का इस बार चलन हैं बाजार में थाली, करवा और छलनी का कॉम्बो सेट भी उपलब्ध है। साथ ही सरगी का कॉम्बो पैक भी अवलेबल है।
सोने में मंगलसूत्र, चांदी में पायल
सोने-चांदी के आभूषणों की दुकानों पर भी रौनक है। ज्वेलर्स आशीष सोनी ने बताया कि सोने में भारी बढ़ोतरी बाद भी हल्के वजन के मंगलसूत्र और पेंडेंट सेट की बिक्री बढ़ी है। चांदी में पायल, बिछिया और ब्रेसलेट बिक रहे हैं।
करवा चौथ व्रत की पूजा सामग्री
करवा चौथ का त्योहार सुहागिन महिलाओं के बहुत खास होता है, जिसमें वह सोलह श्रृंगार करते हुए भगवान शिव माता पार्वती संग करवा माता की पूजा और कथा सुनी जाती है। करवा चौथ की पूजा के लिए करवा, पूजा की थाली, छलनी, करवा माता का फोटो, सींक, जल, मिठाई सुहाग की सभी चीजें, फूल-माला, दीपक रोली, सिंदूर, मेहंदी, कलावा, चंदन, हल्दी अगरबत्ती, नारियल 19, अक्षत आदि सामग्री होना चाहिए।
महिलाएं करेंगी 16 श्रृंगार
करवाचौथ पर महिलाएं 16 श्रृंगार करती हैं, जिसमें खासतौर पर चूडिय़ां, बिंदी, मेहंदी, काजल, सिंदूर, गहने और विशेष परिधान शामिल होते हैं। हर महिला इस दिन खुद को बेहद खूबसूरत और पारंपरिक रूप में सजाना चाहती है, जिससे कि वो अपने पति के लिए खास दिखे। बाजार में इन सभी श्रृंगार वस्त्र और सामानों की धूम मची हुई है। साड़ी, लहंगा चोली और डिजाइनर ब्लाउज की खूब खरीदारी हो रही है।
लाइटवेट ज्वेलरी की जा रही पसंद
माही तिवारी ने बताया कि पहले मैं भारी नेकलेस सेट खरीदती थी। अब सोने की कीमतें बढऩे से हल्के डिजाइनर सेट ज्यादा पसंद आ रहे हैं। यह दिखने में भी सुंदर हैं और बजट में भी फिट बैठते हैं।
डिजाइनर करवे और छलनियां
श्रुति चौदहा बताती हैं करवा चौथ को लेकर वे बेहद उत्साहित हैं। उन्होंने इस खास दिन को यादगार बनाने के लिए मेहंदी, श्रृंगार और सजावटी सामान की पूरी तैयारी कर ली है पहले मिट्टी और पीतल के करवे चलते थे, लेकिन अब डिजाइनर करवे और छलनियां ज्यादा पसंद की जा रही हैं। लेस और मोतियों से सजे ये आइटम बाजार में खूब आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। उन्होंने बाजार से डिजाइनर करवा और छलनी खरीदी है।
भावनाओं से जुड़ा पर्व
श्वेता पाठक का कहना है करवा चौथ मेरे लिए सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि एक भावनात्मक जुड़ाव है। दिनभर व्रत रखना भले कठिन लगे, लेकिन शाम का वो क्षण जब चांद दिखता है, सब थकान मिटा देता है। इस पर्व में एक अनुशासन, प्रेम और श्रद्धा का अद्भुत संगम है, जो जीवन साथी के रिश्ते को और भी गहरा बनाता है।
अपनी संस्कृति में विश्वास
रिया खंपरिया का कहना है करवा चौथ को मैं केवल व्रत नहीं, बल्कि प्रेम, स्नेह और साथ का उत्सव मानती हूं। मैं नए जमाने की महिला होते हुए भी अपनी संस्कृति में विश्वास रखती हूं। यह दिन हमें रिश्तों की मजबूती, आपसी सम्मान और समझ की याद दिलाता है। मेरे लिए यह परंपरा पति-पत्नी के बीच विश्वास और प्रेम के बंधन का प्रतीक है।







