जबलपुर मेडिकल अस्पताल में संवदेनाओं का महत्व नहीं: 75 साल के वृद्व की पत्नी को इलाज के इंतजार में मिली मौत
गरीब लाश को लेकर भटकता रहा , मोक्ष ने कराया अंतिम संस्कार

जबलपुर, यशभारत। नेताजी सुभाषचंद्रबोस मेडिकल अस्पताल में एक बार फिर लापरवाही के कारण एक वृद्वा की मौत हो गई। गोटेगांव से इलाज कराने पत्नी को लेकर मेडिकल अस्पताल पहुंचा वृद्व उस वक्त परेशान हो गया जब घंटो उसकी बीमार पत्नी को भर्ती नहीं किया गया और उसने गेट के बाहर ही दम तोड़ दिया। जानकर हैरानी होगी पत्नी की मौत हो जाने के बाद बेबस गरीब वृद्व उसकी लाश लेकर घंटो मेडिकल में भटकता रहा। इसकी जानकारी जब मोक्ष के आशीष ठाकुर को लगी तो उन्होंने अपने साथियों के साथ मेडिकल पहुंचकर वृद्व की पत्नी का पूरी विधि विधान से अंतिम संस्कार कराया।
गोटेगांव भिड़की निवासी 75 वर्षीय रोशन पंचम लाल अपनी 65 वर्षीय पत्नी मीरा का इलाज कराने नेताजी सुभाषचंद्र मेडिकल अस्पताल पहुंचा थे। वृद्व पत्नी को भर्ती कराने कैजुल्टी में घंटों खड़ा रहा लेकिन पत्नी को भर्ती करने की वजाए डॉक्टर इंतजार कराते रहे और लंबे इंतजार के बाद भी वृद्वा को इलाज नहीं मिला और उसने दम तोड़ दिया।

आखिरी सांस के पहले पत्नी ने कहा परेशान मत होईये आप
पत्नी की मौत के बाद 75 वर्षीय पति बदहवास था। लोगों के पूछने पर उसने बताया कि मेडिकल अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बेहतर नहीं है, पत्नी ने मरने के पहले यही बात कही कि अब आप परेशान मत होईये इसके बाद उसकी मौत हो गई। आंख में आंसू लिए वृद्व सरकारी व्यवस्थाओं का कोस रहा था। उसका कहना था कि अगर समय पर उसकी पत्नी को भर्ती कर लिया जाता तो वह जिंदा होती है।
आशीष को मदद के लिए भगवान भेजा
पत्नी की मौत के बाद गरीब वृद्व पति के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वह शव को अपने गृह निवास ले जा पाता। शव को घर ले जाने के लिए वृद्व पति ने मेडिकल में घूम-घूम कर लोगों से मदद मांगी लेकिन उसकी किसी ने मदद नहीं की। इसकी जानकारी जब मोक्ष के आशीष ठाकुर को लगी तो उन्होंने वृद्व की आर्थिक मदद करते हुए उसकी पत्नी का अंतिम संस्कार तिलवारा घाट में कराया। पत्नी के अंतिम संस्कार होने के बाद वृद्व ने कहा कि मेरी मदद के लिए आशीष को भगवान ने भेजा था।