जबलपुर में विकास के पंखे सिर्फ कागजों में, एयरएंबुलेंस को तरसता शहर, युवक को जान गंवानी पड़ी
राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने शहर की चिकित्सा व्यवस्था को लेकर किया ट्वीट

जबलपुर, यशभारत। शहर के विकास के नाम पर दम भरा जा रहा है, नेता हो या अधिकारी सब कह रहे है कि जबलपुर में विकास हो रहा है। लेकिन यहां जानकर हैरानी होगी, शर्मिंदगी महसूस होगी कि इतने बड़े शहर में एक एयरएंबुलेंस तक नहीं है। इस वजह से रांझी के एक युवक को जान तक गंवानी पड़ी। युवक की जान जाने के बाद एक बार फिर जबलपुर की चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल हो रहे हैं। इसको लेकर राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विवेक तन्खा ट्वीट कर शहर की चिकित्सा व्यवस्था को आड़े हाथ लिया है।
दरअसल रांझी निवासी अमनप्रीत सिंह सोमवार को बाइक पर घर से बैंक ड्यूटी करने जा रहे थे रास्ते में कोई नुकेली वस्तु उनकी आंखों के आरपार हो गई। जिसके बाद क्षेत्रीय लोग और परिजन इलाज के लिए जबलपुर अस्पताल ले गए जहां डाॅक्टरों ने मामला गंभीर होने के कारण मरीज को दिल्ली ले जाने की सलाह दी। डाॅक्टरों की सलाह पर घायल युवक के परिजनों ने दिल्ली जाने के लिए पैसों की व्यवस्था की और एक एयरएंबुलेंस व्यवस्था शुरू की लेकिन शहर में यह व्यवस्था नहीं होने से दिल्ली से एयरएंबुलेंस बुक की गई परंतु किन्हीं कारणों से एंबुलेंस का आना एक दिन बाद तय हुआ। दूसरे दिन जब एंबुलेंस से युवक को दिल्ली ले जाया गया लेकिन उसने रास्ते मंे ही दम तोड़ दिया।
दिल्ली-नागपुर जाने की जरूरत नहीं होती
कंाग्रेस नेता विवेक तन्खा ने जबलपुर की चिकित्सा व्यवस्था को आड़े हाथ लेते हुए ट्वीट करते हुए कहा कि दुर्भाग्य है कि जबलपुर में ऐसी चिकित्सा व्यवस्था जिसमें गंभीर बीमारियों का इलाज ही नहीं है। व्यवस्था लचर होने के कारण दिल्ली-नागपुर जाना पड़ता है। यह नाकामी है कि आज भी जबलपुर में चिकित्सा व्यवस्था बेहतर नहीं है।