जबलपुर में युवक को ट्रेन में बाबाओं ने खिलाई भभूति : मैहर से लौटकर आ रहा था घर, मेडिकल में इलाज के दौरान मौत


जबलपुर, यशभारत। ट्रेनों में जहरखुरानी कर लूटने वाली गैंग का कारनामा बढ़ता ही जा रहा है। ताजा मामला जबलपुर के रद्दीचौकी का है। जहां से तीन दिन पहले मैहर माता के दर्शन करने गया युवक घर लौटा ही था कि कुछ घंटों बाद उसकी तबियत बिगडऩे लगी और उल्टियां होने लगी, जिसमें राख निकल रही थी। यह देख परिजन सकते में आ गए और तत्काल युवक को आनन फानन में विक्टोरिया में भर्ती कराया गया। लेकिन इलाज ना होने के कारण पिता ने डिस्चार्ज कराकर नेताजी सुभाषचंद्र बोस में भर्ती किया। जहां युवक की इलाज के दौरान मौत हो गयी। मामले में जबलपुर जीआरपी ने संज्ञान लिया है। मामले की जांच जारी है।
जानकारी अनुसार इंद्रकुमार तिवारी ने पूरी जानकारी देते हुए बताया कि वह गोसलपुर निवासी है और वर्तमान में रद्दी चौकी में किराए के मकान में अपने छोटे बेटे अमन तिवारी 22 साल के साथ रह रहे थे। दोनों ही पेशे से मजदूर है और सेंटिंग का काम करते है।
बिना बताए चला गया था मैहर
पीडि़त पिता इंद्रकुमार तिवारी ने बताया कि दो दिन पहले ही उनका बेटा घर लौटा। जिसने बताया कि वह ट्रेन से अकेले ही मैहर गया था। वह थका हुआ था और आराम कर रहा था।
मार्केट से आते ही तबियत हो गयी खराब
पीडि़त ने बताया कि वह बेटे अमन को लेकर मार्केट गया, खरीदारी की। जिसके बाद घर आते ही वह बाहर ही लेट गया और उल्टियां करने लगा। पिता ने बताया कि उसकी उल्टियों में राख निकल रही थी।
2 बाबा मिले थे, खिला दी थी भभूति
बेटे अमन की तबियत बिगडऩे पर पिता ने पूछताछ की तो बताया कि उसे ट्रेन में दो बाबा मिले थे। जिन्होंने उसे मजबूर कर भभूति खिला दी थी। जिसके बाद से ही उसकी तबियत बिगड़ गयी है। पीडि़त पिता ने बताया कि सूचना के बाद जीआरपी ने बयान लिए है।
विक्टोरिया में नहीं हो रहा था इलाज
इंद्रकुमार तिवारी ने बताया कि बेटे अमन को विक्टोरिया में भर्ती कराया। लेकिन वहां इलाज नहीं हो रहा था। जिसके बाद वह बेटे को मेडिकल अस्पताल लेकर आ गए। लेकिन यहां इलाज के दौरान बेटे की तबियत बिगड़ गयी और उसकी मौत हो गयी। गढ़ा पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरु कर दी है।