जबलपुर में फर्जी सर्वे गैंग का कारनामा : घरों में घूम-घूमकर कर रहे रैकी, मोबाइल नंबर कर रहे नोट, लोगों ने 2 युवकों को पुलिस के हवाले किया
पुलिस ने कहा- जांच जारी है, नहीं थी सर्वे की अथॉरटी

जबलपुर, यशभारत। जबलपुर के गढ़ा में फर्जी सर्वे गैंग सक्रिय है, जो लोगों के घरों में घूम-घूमकर सर्वे कर टोह ले रही है, इतना ही नहीं मतदाताओं की संख्या और घरों में रहवासियों की संख्या और मोबाइल नंबर ले रही है। जिनके मनसूबे भांपकर गढ़ा में गैंग के दो लोगों को दबोचकर पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं, दो लोग मौके से फरार हो गए। वहीं, पुलिस ने बताया कि पकड़े गए लोगों के पास सर्वे करने की अथॉरटी नहीं थी। पुलिस जांच जारी है।
जानकारी अनुसार इंदिरा गांधी वार्ड के पूर्व पार्षद संजय तिवारी ने बताया कि दो दिन पहले उन्हें जानकारी लगी कि 15-20 लोगों की एक टीम घरों में जा-जाकर सर्वे कर रही है। जिसमें वह घर में निवासियों की संख्या, मोबाइल नंबर, मतदाताओं की संख्या का विवरण ले रहे थे। जिसके बाद उन्होंने जानकारी लेना चाही तो पहले तो टीम के सदस्य बंगले झांकने लगे।
एसपी ऑफिस का दिखाया लेटर
गढ़ा के निवासियों ने जब टीम के सदस्यों से अथॉरटी लेटर की डिमांड कि तो उन्होंने एसपी ऑफिस का एक लेटर दिखाकर मामले से पल्ला झाडऩे लगे। टीम का कहना था कि उन्होंने सूचना दी है।
बूथों की जानकारी ले रहे….
फर्जी सर्वे गैंग के सदस्यों को जब लोगों ने दबोचा तो उन्होंने पूरे मामले से बचने के लिए स्वयं को निर्वाचन में हुई गड़बड़ी को दुरुस्त करने वाला बताया। इतना ही नहीं उन्होंने पूरा ब्यौरा भी दिया।
यह नई योजना कौन सी है!
आमतौर पर लोगों के घरों में जा-जाकर सर्वे करने का कार्य बीएलओ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता या शिक्षक करते है। जिनको अनुमति होती है। फर्जी सर्वे गैंग यह कहकर फंस गयी। जिसके बाद लोगों ने उनके इरादे भांप लिए और सर्वे कर रही टीम के चार सदस्यों को घेर लिया। लेकिन दो आरोपी मौका पाकर भाग खड़े हुए। जिसके बाद टीम के दो सदस्यों क ो पकड़कर लोगों ने पुलिस के हवाले कर दिया।
इन्होंने कहा…
जो टीम सर्वे कर रही थी, उस टीम के दो सदस्यों को पकड़कर थाने लाया गया है। उनके पास कोई अथॉरटी लेटर नहीं पाया गया है। वह कोई प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
गढ़ा थाना प्रभारी राकेश तिवारी