जबलपुर में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह का भाजपा-आरएसएस पर कटाक्ष: टंटया मामा किसान-आदिवासी विरोधी

जबलपुर, यशभारत। भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस के लोग समाज के हर उस व्यक्ति की आवाज को दबा देना चाहते हैं जो उनके खिलाफ बोलता हो। यहां लोगों के संवैधानिक अधिकारों का दमन किया जा रहा है। यह कहना है मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह की। उन्होंने जबलपुर से सिवनी के कुर्रई जाते समय जबलपुर में मीडिया से बातचीत की। नेता-प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह ने कहा कि भाजपा और आरएसएस के लिए समाज को बांटने की राजनीति कर रहे हैं। जो भी उनकी गलत नीतियों के विरोध में आवाज उठाता है, उसकी आवाज को दबाने का प्रयास किया जाता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तुलना टंट्या भील से किए जाने पर डा. गोविंद सिंह ने कहा कि टंट्या भील और टंट्या मामा में फर्क है। टंट्या मामा किसान और आदिवासी विरोधी है। इस टंट्या मामा के राज में आदिवासियों की जमीन पर ताकतवर लोग कब्जा कर रहे हैं। किसान को उसकी फसल का वक्त पर भुगतान नहीं किया जा पा रहा है।
चीन्ह-चीन्ह कर कार्रवाई
दबंगों के विरूद्ध बुल्डोजर चलवाए जाने के मसले पर नेता-प्रतिपक्ष ने कहा कि ये कार्रवाई भेदभावपूर्ण तरीके से की जा रही है। जो निर्दोष हैं, लेकिन वैचारिक तौर पर विरोधी है उनके घरों पर बुल्डोजर चल रहे हैं। इसके विपरीत जहां की घटनाओं में बजरंग दल, आरएसएस और भाजपा के लोग शामिल रहते हैं या उनके नाम आते हैं, तो यह बुल्डोजर शांत पड़ जाता है।
हर तरह के अपराध बढ़े
नेता-प्रतिपक्ष ने प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को अराजक बताते हुए कहा कि यहां हर तरह के अपराध बढ़े हैं। गुंडागर्दी बढ़ी है। महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं। किसानों को उनके हक का पैसा फसल बेचने के महीना भर बाद भी नहीं मिल पा रहा है। ऐसा है शिवराज मामा का राज।
इनकी रही मौजूदगी
नेता प्रतिपक्ष के नगर प्रवास के दौरान उनसे मिलने पूर्व मंत्री एवं विधायक तरूण भानोत, विधायक विनय सक्सेना, नगर कांग्रेस अध्यक्ष जगत बहादुर सिंह ‘अन्नू, चिंटू चौकसे, टीकाराम कोष्टा सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे। जबलपुर से डा. सिंह का काफिला सिवनी जिले के कुर्रई गांव के लिए रवाना हो गया।