जबलपुर में कक्षा 3-5 और 8-10 के बच्चे पढ़ाई में कितने होशयार कल होगा सर्वें 6 हजार 540 बच्चे राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वें परीक्षा में शामिल होंगे,
218 केंद्रों में आयोजित होगी परीक्षा

जबलपुर, यशभारत। सरकारी और अशासकीय विद्यालय में अध्यनरत कक्षा 3-5 और 8-10 के बच्चे पढ़ाई में कितने होशयार है इसका पता कल शुक्रवार को होने वाले सर्वें में पता चलेगा। जबलपुर जिले से 6 हजार 540 बच्चे राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वें की परीक्षा में शामिल होंगे। यह परीक्षा जिले के 218 केंद्रों में आयोजित होगी। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक अजय दुबे, डीपीसी आरपी चतुर्वेदी,, अजय रजक, इंद्रमणि त्रिपाठी, चिंतामन यादव आदि उपस्थित थे।

परीक्षा को लेकर पं.लज्जा शंकर झा उत्कृष्ट विद्यालय में पर्यवेक्षकों की बैठक बुधवार को आयोजित की गई। परीक्षा की जिम्मेदारी सीबीएसई बोर्ड की है जिसके लिए स्थानीय स्तर पर समन्वयक डॉ राजेश चंदेल को बनाया गया है। मालूम हो कि स्कूली छात्रों के शिक्षा स्तर को जानने के लिए मानव एवं विकास मंत्रालय की ओर से 12 नवंबर को राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण होना है। शिक्षा विभाग इसकी तैयारियों में जुट गया है। ये सर्वे 3 साल में एक बार होता है। 2017 के बाद यह सर्वे 2020 में होना था, लेकिन कोविड के कारण पिछले साल यह सर्वे नहीं हो पाया। अब 2021 में यह सर्वे हो रहा है।
विद्यार्थी का होगा आंकलन
जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी ने बताया कि राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीइआरटी) द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर यह परीक्षा आयोजित हो रही है। इस सर्वे का उद्देश्य सभी प्रदेशों के सरकारी स्कूलों सहित सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों के सीखने के उपलब्धि स्तर का आंकलन करना है। इसके आधार पर भविष्य में स्कूलों और शिक्षकों की शैक्षणिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए शैक्षणिक नीतियां और कायज़्क्रम तैयार किया जाएगा। कोरोना महामारी के कारण विद्याथिज़्यों के बौद्धिक स्तर पर काफी असर पड़ा है। ऐसे में यह परीक्षा विद्यार्थियों के लिए कारगर साबित होगी। इन्हें ग्रामीण, शहरी, ग्रामीण, प्राइवेट, सरकारी आदि पैमानों पर मापा जाएगा।
एक स्कूल से अधिकतम 30 विद्यार्थी
जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी ने बताया कि एक स्कूल से अधिकतम 30 बच्चे ही शामिल होंगे। अलग—अलग कक्षावार स्कूलों का निर्धारण किया गया है। एमएलबी स्कूल में 10वीं कक्षा की छात्राएं सर्वे में शामिल होगी। परीक्षा कापियों को पर्यवेक्षक सीधे जिला समन्वयक के पास जमा करवाएंगे। परीक्षार्थियों का चयन भी परीक्षा के कुछ देर पहले ही होगा। उनके अनुसार ये सर्वे बच्चों की काबिलियत को आंकने के लिए किया जा रहा है।

ये पूछेंगे जाएंगे प्रश्न
एनसीआरटी की तरफ से तीन साल में एक बार राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण करवाया जाता है। शिक्षा विभाग जिले के रैंडम स्कूलों में कक्षा तीसरी और पांचवीं के विद्यार्थियों की हिंदी, गणित और ईवीएस, कक्षा आठवीं के विद्यार्थियों कीं सामाजिक और विज्ञान, हिंदी और गणित तथा दसवीं के विद्यार्थियों कीं सामाजिक, विज्ञान, हिंदी, गणित तथा अंग्रेजी विषय की परीक्षा लेगा।