जबलपुर पुलिस को सेल्यूट: कोई गरीब भूखा न सोए इसलिए खुद का निवाला बांट देते हैं
कोतवाली सीएसपी, थाना प्रभारी सहित पूरा स्टाफ इस आपदा में कर रहा मानव सेवा

यशभारत संवाददाता, जबलपुर। पुलिस है तो शहर में अमन-शांति है। पुलिस है तो हम सुरक्षित है। इस सबके बीच पुलिस का एक ओर ऐसा चेहरा सामने आया है जिसे देखकर सभी सेल्यूट करने से पीछे नहीं हटेंगे। जबलपुर पुलिस इस आपदा की घड़ी में हर परेशानियों का सामना हंसकर कर रही है। कहीं अस्पताल में आॅक्सीजन सिलेण्डर लेकर दौड़ रही हैं तो कहीं प्लाज्मा डोनेट कर लोगों की जान बचा रही है।
कोतवाली थाना के स्टाफ ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है जिसे देखकर ऐसा लग रहा है कि अगर ऐसा सभी जिलों में होने लगे तो कोई गरीब भूखा न सोए।
दरअसल सीएसपी, थाना प्रभारी से लेकर आरक्षक और अन्य स्टाफ अपना निवाला उन गरीबों को बांट देते हैं जिसके पास दो वक्त की रोटी का इंतजाम नहीं है। यह सिलसिला लॉकडाऊन से चल रहा है। कोतवाली थाने का स्टाफ ऐसे स्थानों पर जाकर गरीबों को खाने खिलाते है, और भी कोई परेशानी होने पर उनकी मदद करते हैं।
सक्षम है इसलिए खाना वितरित कर देते हैं
कोतवाली सीएसपी दीपक मिश्रा ने बताया कि सभी पुलिस कर्मियों को लॉकडाऊन के तहत पुलिस लाइन से खाना मिलता है। लेकिन थाने का कुछ स्टाफ अपना खाना गरीबों को वितरित कर देता है। इसके पीछे स्टाफ का तर्क हैं कि वह घर से खाना लेकर आते हैं और इतने सक्षम भी है। शहर के बहुत से इलाकों में ऐसे लोग है जो जिनके पास पेट भरने के लिए खाना नहीं है वो पूरे दिन यहां-वहां घूमकर खाने की तालाश में रहते हैं, ऐसे लोगों को देखकर ही कोतवाली स्टाफ ने पुलिस लाइन से मिलना खाना गरीबों को बांटने का निर्णय लिया।
ये स्टाफ रोजाना खाने लेकर निकते हैं
बताया जा रहा है कि सीएसपी दीपक मिश्रा, कोतवाली टीआई अनिल गुप्ता, एएसआई राजेश मिश्रा, महिला आरक्षक क्षमा विश्वकर्मा, आरक्षक चंदन, और आरक्षक अरविंद को पुलिस लाइन से जो खाना मिलता है वह उन गरीबों तक पहुंचा देते हैं जिनके पास खाने की व्यवस्था नहीं है। रोजाना खाना के पैकेट लेकर थाने का स्टाफ उन स्थानों पर पहुंच जाता है जहां पर गरीब भूख पेट सोए रहते हैं।