जबलपुर ज्वेलरी शॉप में हुई 5 करोड़ 50 लाख की चोरी का खुलासा : 3 आरोपी गिरफ्तार, पुलिस को गुमराह करने 3 घंटे तक गलियों में घुमाते रहे इनोवा
चुराये हुये सोने के जेवर वजनी 10 किलो 252 ग्राम 070 मिली ग्राम कीमती 5 करोड़ 43 लाख 43 हजार 500 रूपये के एवं घटना में प्रयुक्त कटर, इनोवा एवं मोटर सायकिल जब्त

जबलपुर, यशभारत। जबलपुर पुलिस ने पांच करोड़ पचास लाख की चोरी का खुलासा करते हुए तीन आरेापियों को दबोच लिया। जिसके पास से चुराये हुये सोने के जेवर वजनी 10 किलो 252 ग्राम 070 मिली ग्राम कीमती 5 करोड़ 43 लाख 43 हजार 500 रूपये के एवं घटना में प्रयुक्त कटर, इनोवा एवं मोटर सायकिल जब्त की गई है। पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी तीन घंटे तक इनोवा कार गलियों में घुमाते रहे, लेकिन मार्ग की पहचान कर, क्राइम ब्रांच ने आरोपियों की पहचान की और जब सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी टूट गए और उन्होंने बताया कि वह कर्ज के बोझ तले दबे हुए थे। जिसके बाद इस घटना को अंजाम दिया।
जानकारी अनुसार थाना लार्डगंज में 16 अगस्त 22 की सुबह ”पायल वाला गोल्ड शोरूम में चोरी होने की सूचना पर पहुंची पुलिस को सुनील कुमार जैन उम्र 52 वर्ष निवासी सराफा मेन रोड कमानिया गेट के पास कोतवाली ने बताया था कि उसका सुपर मार्केट इंडियन काफ ी हाउस के सामने पायल वाला गोल्ड शोरूम के नाम से ज्वेलरी शौरूम है रोज सुवह लगभग 11 बजे उसकी बड़ी बहन ममता जैन शोरूम खोलती है और रात लगभग 10 बजे दीदी ही शोरूम बंद करवाती हैं । 15 अगस्त 22 को रोजाना की तरह रात लगभग 10 बजे दुकान बंद करके अपने घर चले गये थे उसकी बड़ी बहन ममता जैन गोल्ड शोरूम के पीछे स्थित स्वर्णिम पब्लिक स्कूल की संचालिका है जो सुवह लगभग 7-45 बजे स्कूल आयीं थी जिन्हौंने शो रूम के साईड चैनल गेट एवं शटर खुली हुयी देखी तब उन्हौंने उसके बेटे स्वर्णिम जैन केा फ ोन पर जानकारी दी की शो रूम में चोरी हो गयी है तो वह अपनी कार से शो रूम पहुॅचा देखा चैनल गेट के ताले कटे पड़े थे शटर खुली हुयी थी एवं दुकान में सामान अस्त व्यस्त था । एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने घटना स्थल का निरीक्षण करते हुये मौके पर उपस्थित अधिकारियों एवं क्राईम ब्रांच की टीम को अज्ञात आरोपी की तलाश पतासाजी के सम्बंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
अज्ञात आरोपी की तलाश पतासाजी कर गिरफ्तार करने वाले या गिरफ्तारी हेतु सूचना देने वाले या गिरफ्तारी मे सहयोग प्रदान करने वाले को दस हजार रूपये के नगद पुरूस्कार से पुरूस्कृत करने की घोषणा एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) द्वारा की गयी थी।
आरोपी के पकडे न जाने पर घटित हुई घटना की गम्भीरता को देखते हुये प्रतिवेदन पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जबलपुर जोन जबलपुर उमेश जोगा (भा.पु.से.) द्वारा अज्ञात आरोपी की गिरफ्तारी पर 30,000/-(तीस हजार ) रूपये के नगद ईनाम से पुरूस्कृत करने की घोषणा की गयी।
पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी
सनसनीखेज घटना को जबलपुर पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जबलपुर जोन जबलपुर उमेश जोगा एवं उप पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर रेंज जबलपुर आर.आर. सिंह परिहार के मार्गदर्शन तथा एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) के दिशा निर्देशन में लार्डगंज थाना प्रभारी मधुर पटैरिया सहित गठित विशेष टीम सी.सी.टी.व्ही. एवं रूट मैपिंग टीम, सायबर टीम, मुखबिर एवं पूछताछ टीम, द्वारा अपनी-अपनी भूमिकाओं के अनुसार कार्य कर घटना में प्रयुक्त इनोवा को चिन्हित करते हुये 3 आरोपियों को धरदबोचा गया।
ऐसे दिया चोरी की वारदात को अंजाम
पकड़े गये आरोपियेां से पूछताछ करने पर पाया गया कि आरोपी गोपी वाहन खरीद बिक्री का व्यापार करता था एवं इलेैट्रानिक सामान बनाने का छोटा कारखाना चलाता था, कोरेाना लॉकडाउन के बाद व्यापार में घाटा होने से कर्ज बढ गया था, घटना में प्रयुक्त इनोवा कार भी आरोपी ने लोन पर खरीदी थी, जिसका कर्ज वह चुका नहीं पा रहा था, और कर्जदाता लगातार उससे अपने पैसे मांग रहे थे, जिससे आरोपी ने ज्वेलर्स की दुकान में चोरी करने की योजना बैजू उर्फ बैजुद्दीन के साथ मिलकर किया।
ये हैं गिरफ्तार आरोपी-
1-गोपी उर्फ गुलाम मुस्तफ ा पिता अब्दुल रहमान उम्र 42 वर्ष निवासी म.न. 164 उत्तर मोतीनाला थाना गोहलपुर
2-बैजू उर्फ बैजुद्दीन पिता मोह. जुनैद उम्र 32 वर्ष निवासी पुरान पुल यूनानी दवाखाना के पास थाना गोहलपुर
3-आरिफ पिता मो. राजू उर्फ रज्जब उम्र 28 वर्ष निवासी नूरी नगर अजीज गंज पसियाना थाना गोहलपुर
एक सप्ताह से कर रहा था रैकी
योजनानुसार गुलाम मुस्तफ ा विगत 1 माह से पायल वाला गोल्ड शोरूम दुकान की रैकी कर रहा था, घटना के दिन गुलाम मुस्तफ ा ने अपनी इनोवा की नम्बर प्लेट पर कपड़े से ढककर टेप से चिपका दिया एवं ईनोवा में ताले काटने हेतु कटर एवं रॉड रखा तथा साथी बैजुद्दीन को बुलाकर अपने साथ में लेकर गोलबाजार में दत्त मंदिर के पास गली में पहुंचा तथा ईनोवा कार को खड़ी कर पैदल गलियों से होता हुआ पायल वाला गोल्ड शोरूम दुकान के पीछे पहुंचकर दुकान के चैनल गेट सहित 10 ताले काटकर दुकान में दाखिल हुआ और सबसे पहले सी.सी.टी.व्ही. का डी.व्ही.आर. निकाल कर रख लिया, फि र दुकान के गोल्ड काउंटर ज्वेलरी निकाली एवं दुकान में ही रखी बोरी में भर लिया, दोनों आरोपी लगभग 2 घंटे दुकान के अंदर रहकर वारदात को अंजाम देते रहे जब आरोपियों को दुकान के बाहर से कुछ आवाज सुनाई दी तो वे चुराये हुये सोने के जेवर बोरी में भरकर दुकान से बाहर निकलकर पैदल पार्क की हुई इनोवा के पास पहुंचे एवं चुराये हुये जेवरों की बोरी इनोवा में रखकर भागने लगे ।
पुलिस को गुमराह करने गलियों में घुमाते रहे गाड़ी
इन शातिर अपराधियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिये शहर के मुख्य मार्गोंं के अलावा अंदरूनी गलियों में गाड़ी को लगतार करीब 3 घंटे घूमाते हुये कोसम घाट के पास सुनसान स्थान पर पहुंचे और चुराये हुये जेवरों को वहॉ छिपा दिया तथा घटना में प्रयुक्त औजारों एवं कपड़ों तथा चुराये हुये सीसीटीव्ही के डीव्हीआर को बहते नाले में फेंक दिया तथा ईनोवा कार को भेड़ाघाट में ले जाकर खड़ा कर दिया । थोडी देर बाद मोटर सायकिल से कोसमघाट में उसी सुनसान स्थान पर जाकर चुराये हुये जेवरों की बोरी लेकर गोपी उर्फ गुलाम मुस्तफ ा के घर आ गये, एवं वहॉ जेवरों का आपस में बारबरी से बंटवारा कर लिया। इतना ही नहीं अखबार में चोरी की खबर पढ़कर आरिफ ने गुलाम उर्फ गोपी पर दबाव बनाया कि वह पुलिस को सब बता देगा तो गुलाम मुस्तफ ा ने उसे आरिफ को चुप करने के लिये 50 ग्राम सोने के जेवर दे दिये और बाकी का बाद में देने को कहा। घटना कारित करने के बाद आरोपी गुलाम मुस्तफा ने इनोवा कार को कबाड़ में कटवाने के लिये कबाड़ी को दे दिया, और स्वयं के परिजनों एवं पुलिस को गुमराह करते हुये नागपुर एवं अजमेर घूमने चला गया।
घटना का खुलासा –
इस टीम के सदस्यों द्वारा 2 बिंदुओं पर पहचान की गयी, प्रथम-घटना में प्रयुक्त गाड़ी एवं मार्ग की पहचान एवं दूसरा-आरोपियेां एवं तकनीकी साक्ष्यों के पहचान। घटना में प्रयुक्त इनोवा वाहन एवं मार्ग की पहचान नगर पुलिस अधीक्षक गोहलपुर अखिलेश गौर के द्वारा तथा आरोपियों की पहचान क्राईम ब्रांच के सहायक उप निरीक्षक रामसनेह शर्मा के द्वारा की गयी। उपलब्ध साक्ष्यों को संकलित कर सभी कडिय़ों को जोड़ते हुये आरोपियेां की गिरफ्तारी हेतु टीम बनायी गयी जिसका नेतृत्व क्राईम ब्रांच के सहायक उप निरीक्षक प्रमोद पाण्डेय एवं गोपाल विश्वकर्मा द्वारा किया गया एवं आरोपियों को अभिरक्षा में लेते हुये थाने लाया गया। पूछताछ के दौरान चुराया हुआ मशरूका बरामद करने हेतु प्रथक-प्रथक टीमें बनायी गयी, जिसमें सहायक उप निरीक्षक शैलेन्द्र सिंह थाना गोहलपुर, चौकी प्रभारी प्रेम सागर उप निरीक्षक प्रभाकर सिंह परिहार, एवं क्राईम ब्रांच के सहायक उप निरीक्षक अजय पाण्डे, मृदुलेश शमाज़्, वीरेन्द्र सिंह, की टीम तथा थाना कोतवाली के प्रधान आरक्षक नसीम सम्मिलित रहे।
आईजी उमेश जोगा की मेहनत रंग लाई
जबलपुर जोन आईजी उमेश जोगा की सतत मेहनत और संपत्ति संबंधी अपराधों की लगातार समीक्षा रंग ला रही है। जिसके चलते जोन के कटनी में बैंक में हुई चोरी के बाद पुलिस ने आरोपियों को ट्रेस कर नेपाल से दबोच लिया था। तो वहीं, गोराबाजार के तिलहरी लूटकांड के बाद पुलिस ने बनारस से आरोपियों को दबोचा था। वहीं, सिवनी में हुई एक करोड़ की चोरी के आरोपियों को भी पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया और अब जबलपुर में हुई जोन की सबसे बड़ी चोरी को भी रिकॉर्ड समय में बरामदगी सहित आरोपियों को दबोच लिया। जिसके लिए आई जी जोगा की भोपाल तक तारीफ हो रही है। विभागीय सूत्रों की मानें तो आईजी समय-समय पर इस तरह के अपराधों की समीक्षा करते है और संबंधित थाना प्रभारियों से सीधे संवाद स्थापित कर, मामले की जानकारी लेते हैं। जिसके चलते पुलिस की मुस्तैदी बनी रहती है और इस तरह के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे है।
क्राइम ब्रांच ने जोड़ी कडिय़ां, रंग लाई टीआई मधुर की मेहनत
क्राइम ब्रांच के एएसआई रामसनेही शर्मा ने चोरी कांड के बाद इनोवा कार को ट्रेस किया। तो वहीं एएसपी क्राइम समर वर्मा, एएसपी गोपाल खांडेल, सीएसपी अखिलेश गौर, सीएसपी प्रभात शुक्ला और लार्डगंज थाना प्रभारी मधुर पटैरिया ने लगातार सैकड़ों सीसीटीव्ही फुटेज खंगाल कर, आरोपियों का सुराग लगाने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की।
एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा की पैनी नजर
वहीं, घटना के बाद मौके पर पहुंचे एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा की पैनी नजर ने घटना को भांपकर तीन दिन में ही आरोपियों को दबोच लिया। श्री बहुगुणा इस दौरान लगातार फुटेज में नजर जमाए हुए थे और मुखबिरों को अलर्ट कर , अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। जिसके बाद ही करोड़ों के चोर दबोचे जा सके।