जबलपुर के बरगी में झोपड़ी में सो रहे आदिवासी दंपत्ति जिंदा जले : मौत
बरगी विधायक संजय यादव मौके पर पहुंचे, निष्पक्ष जांच की मांग की, घटना से क्षेत्र में हड़कंप, मौके पर पहुंचे अधिकारी, पड़ताल जारी


जबलपुर, यशभारत। बरगी के चौरई गांव में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां झोपड़ी में सो रहे आदिवासी दंपत्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में जलकर मौत हो गयी। जिनके अधजले शव आज सोमवार को खेत में बनी झोपड़ी में मिले है। जानवरों की रस्सी काटकर भगा दिया गया था। जानवर सुबह जब गांव पहुंचे तो उनकी रस्सी कटी देख परिजन खेत पहुंचे तो इसकी जानकारी हुई। झोपड़ी में किन कारणों से आग लगी है। इसका फिलहाल खुलासा नहीं हो सकता है। मामले की पड़ताल जारी है। वहीं, घटना स्थल पहुंचे विधायक संजय यादव ने निष्पक्ष जांच की मांग की है।
बरगी पुलिस ने बताया कि चौरई गांव निवासी आदिवासी दंपती सुम्मेरीलाल कुलस्ते (60) और उसकी पत्नी सिया बाई (55) खेत वाले मकान में सोते थे। यहां जानवर भी पाल रखे हैं। दोनों की सोमवार सुबह जली हालत में लाश मिली है। बेटे और बहू गांव के मकान में रहते हैं। सुबह खेत में बंधे जानवर घर पहुंचे और उनकी रस्सी कटी दिखी, तब परिजनों को संदेह हुआ। वे खेत पहुंचे तो वहां का नजारा देख सन्न रह गए। एक बेटा गजना में रहता है। वहीं एक बेटा चौरई गांव में रहता है।
हत्या या हादसा, जांच जारी
एएसपी शिवेश सिंह बघेल ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला हादसे का जान पड़ता है। पूरी पड़ताल के बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी तो वहीं बताया जाता है कि दंपत्ति की झोपड़ी में आग लगाकर वारदात को अंजाम दिया गया है। फिलहाल पुलिस हर एंगल से मामले की जांच में जुटी है।