चुनौतियों का डटकर सामना कर रहीं प्रीति, योजनाओं की आधारशिला रखते बीते मेयर के दो साल, अगले तीन साल रहेंगे कसौटी के
कटनी ( आशीष सोनी )। 45 वार्डों में 100 करोड़ से ज्यादा के विकास कार्यों की रफ्तार के बीच महापौर प्रीति संजीव सूरी ने आज अपने कार्यकाल के 2 साल पूरे कर लिए। जनता से चुने हुए किसी भी जनप्रतिनिधि के लिए प्रारम्भ के दो वर्ष कामकाज को समझने, योजनाओं के प्रस्ताव तैयार कराने, सरकार से राशि लाने और विकास कार्यों की आधारशिला रखने में निकल जाते हैं, लेकिन मेयर प्रीति सूरी ने इन सब बातों के साथ सामाजिक सरोकार और लोगों की समस्याओं के समाधान की दिशा में व्यक्तिगत रुचि लेकर प्रयास किया है, नतीजतन जनता में उनकी छवि जनसेवी महापौर की बन चुकी हैं। नगर निगम एक ऐसी संस्था हैं, जिसमें चुनौतियों का कोई हिसाब ही नही और मेयर की कुर्सी के साथ शहर के नागरिकों की अनंत अपेक्षाएं जुड़ी होती हैं। इस जिम्मेदारी में यश से कहीं अधिक अपयश मिलता है, बावजूद इसके प्रीति सूरी की कोशिश यही है कि जनता के काम हों और लोग संतुष्ट रह सकें।
दो साल पहले हुए नगर निगम के चुनाव को लोग भूले नही होंगे। बीजेपी से टिकट नही मिलने के बाद प्रीति और संजीव सूरी ने जनता से मिल रहे समर्थन और साथ को देखते हुए निर्दलीय मैदान में उतरने का मन बना लिया। उनके इस निर्णय पर कटनी की अवाम ने मोहर लगा दी। प्रीति सूरी 6 हजार से ज्यादा मतों से चुनाव जीतकर नगर निगम की सत्ता पर काबिज हुईं। इसके पहले वे खुद और उनके पति संजीव सूरी नगर निगम में पार्षद रह चुके थे, लिहाजा उन्हें जनता से जुड़े दायित्वों का बखूबी अहसास था। मेयर की कुर्सी संभालने के बाद उन्होंने शहर के विकास की योजनाओं को मूर्त रूप देना शुरू किया। नए प्रस्ताव तैयार कराए और पुराने कामों को गति दी। चांडक तिराहे से घण्टाघर मार्ग की सड़क उनके लिए किसी परीक्षा से कम नही थी। इस पर उन्होंने काम करना शुरू किया। जैसे तैसे इस कार्य आगे बढ़ने की कोशिश हुई तो कुछ व्यवधान भी सामने आये। इस बीच विकास कार्यों को लेकर जैसे सहयोग की उम्मीद उन्हें बाकी जनप्रतिनिधियों और प्रदेश की सरकार से थी, उसमें अपेक्षा के अनुरूप साथ न मिल पाने के कारण उन्हें सत्ता में बैठी भाजपा के साथ जाना पड़ा। चुनाव से पहले वे भाजपा का ही हिस्सा थी, लिहाजा उन्हें भोपाल जाकर अपनी पुरानी पार्टी से दोबारा नाता जोड़ने में कोई खास परेशानी नहीं आई। इसके बाद प्रदेश सरकार के साथ कदम मिलाकर उन्होंने कटनी के विकास के लिए बनाई जाने वाली योजनाओं को गति दी। चौड़ीकरण के साथ घण्टाघर रोड के निर्माण का कार्य प्रारंभ हुआ तो दूसरी ओर ट्रांसपोर्ट नगर में व्यवसायियों की शिफ्टिंग के लिए उन्होंने प्रयास किये। 22 करोड़ की लागत से माधवनगर से डन कालोनी चौराहा तथा बस स्टेण्ड से पन्ना तिराहा तक सौंदर्यीकरण की योजना के साथ झिंझरी में क्षेत्रीय बस स्टैंड और शहर में व्यवस्थित चौपाटी के निर्माण के लक्ष्य को लेकर वे आगे बढ़ रही हैं। अलावा इसके कलेक्ट्रेट के सामने शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का कार्य पूरा हो चुका है, जिसमें दुकान आबंटन की प्रक्रिया शीघ्र शुरू हो जाएगी। मेयर प्रीति सूरी ने पक्ष- विपक्ष की सीमाओं से परे जाकर हर वार्ड में विकास कार्यों की सौगातें दी हैं। कांग्रेस पार्षद उन पर यह आरोप नही लगा सकते कि उनके वार्डों में मेयर ने कोई काम स्वीकृत नही किये। उन्होंने हर वार्ड को ध्यान में रखकर विकास कार्यों का खाका तैयार किया और उसे अमलीजामा पहनाने सक्रिय हैं। करीब 100 करोड़ की लागत से वार्डों में नाली और सड़क के साथ अन्य आधारभूत काम हो रहे हैं। उनकी योजना है कि शहर को मल्टी स्टोरी पार्किंग के साथ सुगम यातायात मुहैया कराया जाए। शहर को स्वच्छता की रैंकिंग में बेहतर स्थान पर लाने के लिए वे अपनी टीम के साथ प्रयास कर रही हैं। एमआईसी से लेकर नगर निगम परिषद की बैठकों में उन्होंने पार्षदों को साथ लेकर 2 साल में जो निर्णय लिए और संवाद किये हैं उनसे आने वाले समय में कटनी के विकास को नए पंख लगेंगे। 2 साल के कार्यकाल को देखकर कहा जा सकता है कि मेयर प्रीति सूरी को जनता ने जिस भरोसे से मेयर बनाया, वे पूरी कोशिश करती दिख रही हैं कि उस पर खरा उतरें। आने वाले 3 साल खुद उनकी राजनीतिक दिशा और दशा के लिए भी और कटनी शहर की तकदीर के लिए भी महत्वपूर्ण होंगे।