घर में खुशियां लेकर आया बेटा के दिल में निकला सुराग, सरकारी खर्च पर होगा आपरेशन
(कलेक्टर की पहल पर ह्रदय रोग से पीड़ित बालक दीपू का इलाज मेट्रो हॉस्पिटल में होगा जिसके लिए 75 हजार स्वीकृत)_

जबलपुर। , घर में खुशियां लेकर आया एक मात्र लाडला दीपू के बारे में जब पता चला कि वह जन्मजात हृदय की गंभीर बीमारी से पीड़ित है तो पूरा परिवार सदमे में आ गया और वे कलेक्ट्रेट पहुंचे और जनसुनवाई के दौरान जब कलेक्टर कर्मवीर शर्मा एक-एक करके लोगो की समस्याए सुन रहे थे की अचानक एक बच्चे की रोने की आवाज आई बच्चे को रोता देखकर कलेक्टर ने उसके परिवार को बुलाया परिवार के साथ कैलाश कोल ग्राम धनवारी ने बताया की 6 वर्षीय दीपू कोल दिल की बीमारी से पीड़ित है परिवार की आर्थिक स्थिति अत्यंत खराब होने के कारण ईलाज नही करवा सकते है,
पल पल बीमारी की चपेट में बढ़ते हुए बच्चे की माँ का हाल बुरा होता जा रहा था।किसी ने कलेक्टर साहब से मिलने का बताया, तब कलेक्टर से मिलने पहुचे परिजन तो बच्चे की हालत देखते हुए कलेक्टर श्री शर्मा ने डी.पी.एम सुभाष शुक्ला को निर्देश दिया की बच्चे का ईलाज तत्काल शुरू करे, आदेश मिलते ही विक्टोरिया की टीम डॉ प्रियंक दुबे एवं डॉ शुभम अवस्थी, एम्बुलेंस लेकर तत्काल कलेक्टर ऑफिस आये और पीड़ित बच्चे को ईलाज हेतु विक्टोरिया चिकित्सालय ले गये और वहां जॉच की गई जांच रिपोर्ट में बालक दीपू के ह्रदय मैं छिद्र पाया गया चूंकि परिवार की दयनीय माली हालत को देखते हुये कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी रत्नेश कुरारिया को निर्देश दिया कि बच्चे के इलाज में आने वाला पूरा खर्च शासन उठाएगा और राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत 75 हजार की राशि स्वीकृत कर मेट्रो हॉस्पिटल को निर्देश दिया कि तत्काल इलाज करें।
पत्र देखकर बच्चे के नाना एवं पिता के आंखो मे खुशी के आंसू आ गये की मेरा दीपू को नया जीवन मिलेगें और कहने लगे की बच्चे की हालत मुझसे देखी नहीं जा रही थी और बडा देव से प्रार्थना करते थे कि किसी फरिश्ते को भेज देवे और उस दिन कलेक्टर साहब एक फरिश्ते के रूप में आये और उनके स्टाफ ने जो मदद की है ,मैं उनका आजीवन आभारी रहूंगा। उल्लेखनीय है कि विक्टोरिया में इलाज और परिवार के रहने एवं खाने की व्यवस्था डीपीएम सुभाष शुक्ला द्वारा की गई।