गोली मारकर युवक की हत्या, दो घायल:शराब पार्टी कर रहे ममेरे भाई ने फोन लगाकर बुलाया

सागर जिले के खुरई में गुरुवार रात पैसों के लेनदेन के विवाद में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई जबकि दो लोग घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वारदात गूलर गांव में कृषि विभाग के भवन के पीछे की है। घटना की सूचना मिलते ही खुरई पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की है।
सूचना के अनुसार, रिहान मलिक, नील अहिरवार निवासी गांधी वार्ड, ईशु मंडल शास्त्री और हर्ष रजक कृषि विभाग के पीछे बैठकर शराब पी रहे थे। इसी दौरान आरोपी ईशु मंडल ने अपनी बुआ के लड़के प्रमेन्द्र उर्फ कालू पिता कोमल मंडल को फोन कर बुलाया।
रात करीब 10.20 बजे प्रमेन्द्र उर्फ कालू (23), अपनी मौसी के बेटे सोनू उर्फ छोटू पिता नंदलाल अहिरवार निवासी शास्त्री वार्ड और दोस्त नितिन पिता महेन्द्र अहिरवार (18) के साथ बाइक से कृषि विभाग के पीछे पहुंचा। इस दौरान आरोपियों और प्रमेंद्र के बीच कहासुनी हुई। इसी दौरान आरोपियों ने गोली चला दी। घटनाक्रम में सोनू उर्फ छोटू को सिर में बाएं तरफ गोली लगी। प्रमेन्द्र को पीठ में छर्रे लगे और नितिन को सिर के पास गोली छूकर निकली। सिर में गोली के छर्रे लगने से सोनू उर्फ छोटू (19) की मौत हो गई। वहीं प्रमेन्द्र, नितिन घायल हुए हैं।
घायल ने फोन लगा कर दोस्त को मदद के लिए बुलाया
वारदात के बाद घायल नितिन ने अपने दोस्त को घटनाक्रम की जानकारी दी और मदद के लिए बुलाया। दोस्त ने उक्त जानकारी परिवार वालों को दी, जिसके बाद परिवार वाले मौके पर पहुंचे और घायल युवकों को अस्पताल लाए। अस्पताल में सोनू को मृत घोषित किया गया। वहीं घायलों का इलाज शुरू किया गया है। उधर, वारदात की सूचना मिलते ही एसडीओपी सुमित केरकेट्टा, खुरई शहरी थाना प्रभारी अनूप सिंह ठाकुर, देहात थाना प्रभारी शैलेन्द्र राजावत पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की।
पूर्व पार्षद का बेटा है घायल प्रमेंद्र
घायल प्रमेन्द्र मंडल शास्त्री वार्ड की पूर्व पार्षद माया मंडल का बेटा है। प्रमेन्द्र आरोपी ईशु मंडल का ममेरा भाई है, जबकि मृतक सोनू उर्फ छोटू माया मंडल की चचेरी बहन का बेटा है। भाईयों में लेन-देन को लेकर कोई विवाद चल रहा था, जिससे यह घटनाक्रम हुआ। मृतक की मां अस्पताल में विलाप करते हुए कहती रही कि ईशु ने घर से बुलाकर गोली मरवा दी। सोनू घर में 5 हजार रुपए मांग रहा था, उसे ईशु को देने थे, एक दिन बाद रुपए देने को कहा था। मां रो-रोकर यही बात दोहरती रही।