
जबलपुर, यशभारत। ऑनलाइन जालसाजी का गोरखधंधा अपनी जड़े जमा चुका है। जिसका एक मामला थाना गोरखपुर में उस वक्त सामने आया जब पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि नेट बैंकिंग बंद होने के बाद उसने नेट में सर्च कर, एसबीआई केयर का नंबर डायल किया और अपनी समस्या बताई। शातिर ने अपने आप को एसबीआई का अधिकारी बताया और कहा कि ओटीपी आते ही हमें बताएं आपकी समस्या का तुरंत समाधान किया जाएगा और जैसे ही ओटीपी बताया गया महिला के खाते से 1 लाख 66 हजार रुपए उड़ गए। जिसकी जांचोपरांत पुलिस ने मामला दर्ज कर, जांच में लिया है।
पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि पीडि़ता श्रीमती कुशला मुरलीधरन पति पीएन मुरलीधरन ने रिपोर्ट की है कि 14 नवम्बर 2021 को उसके एसबीआई अकाउन्ट की नेट बैंकिंग बंद हो गयी। जिसके बाद उसने गूगल पर एसबीआई केयर का नंबर सर्च किया।
मैं अधिकारी बोल रहा हूँ…
पीडि़ता ने बताया कि गूगल पर एक नंबर मिला। जिसे डायल करने के बाद उसने अपनी समस्या बताई। उस नंबर पर बात करने वाले अज्ञात ने अपने आप को एसबीआई बंैक का बड़ा अधिकारी बताया और कहा कि आपकी समस्या पल भर में खत्म हो जाएगी।
ओटीपी बताएं, तुरंत शुरु होगी बैंकिंग
थाने पहुंची पीडि़ता ने बताया कि शातिर शख्स ने कहा कि कुछ प्रोसिस करनी होगी। आपका मोबाइल नंबर खाते से लिंक है, उसमें एक ओटीपी आएगा। वह आप बताएं। उसके बाद दो मिनिट में आपकी नेट बैंकिंग शुरु हो जाएगी।
चंद मिनिटों में खाता हो गया खाली
पीडि़ता ने बताया कि मोबाइल नंबर पर ओटीपी आते ही उसने वह ओटीपी अपने आप को बैंक अधिकारी बता रहे शातिर सख्श को बताया। जिसके बाद उसके खाते से चंद मिनिटों में ही एक लाख 66 हजार रुपए उड़ गए।
बंद हो गया मोबाइल
पीडि़ता ने बताया कि जैसे ही अकाउंट से रुपए निकले उसने तत्काल उक्त जालसाज के नंबर पर कॉल किया। लेकिन नंबर बंद हो गया। वह लगातार कॉल करती रही लेकिन कोई निराकरण नहीं निकला। जिसके बाद वह एसबीआई बैंक शाखा गयी लेकिन वहां भी बैंक अधिकारियों ने महिला की एक ना सुनी और पुलिस से शिकायत करने का परामर्श दिया। जिसके बाद पीडि़ता ने पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने जांच के उपरांत मामला दर्ज कर, अज्ञात जालसाज की सरगर्मी से तलाश शुरु कर दी है। इस मामले में सायबर पुलिस शातिर की लोकेशन लगातार सर्च कर रही है।