गुप्त खजाने की लालच में किले के रंग महल में खुदाई, अजयगढ़ किले में गड़ा हुआ है राजाओं का खजाना,
रहस्यमय लिपि में लिखी पहेली में खजाने का रहस्य छिपा

कटनी/पन्ना, यशभारत। पन्ना जिले के अजयगढ़ तहसील के अंतर्गत पहाड़ी पर स्थित अजयगढ़ किले के रंग महल में गुप्त खजाने की लालच में हजारों वर्षों पुराने पुरातत्व रंग महल में गहरा गड्ढा खोद दिया गया है। प्राचीन मान्यताएं प्रचलित है कि अजयगढ़ किले में राजाओं का खजाना गड़ा हुआ है। पन्ना जिले में अजयगढ़ के ऐतिहासिक अजयपाल किले में खजाने का रहस्य लंबे समय से बरकरार है। यहां किले के द्वार पर रहस्यमय लिपि में लिखी गई पहेली में खजाने का रहस्य छिपे होने की बात कही जाती है, जिसे अब तक कोई भी सुलझाने में कामयाब नहीं हुआ। समय-समय पर कुछ लोगों के द्वारा खजाने की तलाश के लिए यहां वहां खुदाई की जाती रही है लेकिन आज अब तक की सबसे बड़ी खुदाई का मामला सामने आया है। ऊंचे पहाड़ पर स्थित प्राचीन किले के गुप्तकालीन रंग महल के बगल में खुदाई करते हुए धन के लालची तहखाना तक पहुंच गए, इसके बारे में जैसे ही लोगों को जानकारी मिली। यह खबर पन्ना में आग की तरह फैल गई। इस मामले में वन विभाग और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि पुरातत्व विभाग के अधिकारी अजयगढ़ पन्ना के बजाय खजुराहो में रहते हैं। वन कर्मियों का भी यहां आना-जाना लगा रहता है। ऐतिहासिक किले में रिटर्निंग वॉल एवं मार्ग निर्माण में वन विभाग द्वारा लंबे समय से बाधा डाली जाती रही है। यहां से पत्थर और लकड़ी ले जाने पर भी वन विभाग द्वारा कार्रवाई कर दी जाती है, लेकिन धन के लालच में खुदाई करने वाले इतनी गहराई तक पहुंच गए और वन विभाग एवं पुरातत्व विभाग के अधिकारियों को भनक भी नहीं लगी। फिलहाल बताया जा रहा है कि इस मामले में अजयगढ़ पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज कर विवेचना की जा रही है। अब देखना यह होगा कि इस मामले में क्या कार्रवाई होती है।

