गढ़ा के फूलसागर तालाब में अनहोनी : हजारों की संख्या में अचानक मर गयीं मछलियां
सडांध के कारण कॉलोनीवासियों का जीना हुआ दुश्वार, कारणों की हो रही जांच

जबलपुर, यशभारत। गढ़ा के एतिहासिक फूलसागर तालाब की सारी मछलियां अचानक मर कर, तालाब के पानी में उतरा गयीं। यह घटना किसी अनहोनी से कम नहीं। कॉलोनीवासियों ने जब यह वाकया देखा तो आवक रह गए। जिसकी सूचना ननि के अधिकारियों को दी गई। करीब तीन दिन बात पहुंचे ननि के अधिकारियों ने तालाब का निरीक्षण कर, बड़ी मछलियों को तो उठवा लिया, वहीं छोटी मछलियों को तालाब से निकालकर किनारे-किनारे ढेर लगाए जा रहे है। जिसकी सडांध से कॉलोनी के लोगों का जीना मुहाल हो गया है। वहीं, अभी तक इस बात से पर्दा नहीं उठ सका है कि आखिर तालाबा की सारी मछलियां यकायक मर कैसे गयीं?

वैद्यनाथन अय्यर निवासी शाही नाका फूलसागर ने जानकारी देते हुए बताया कि करीब तीन दिन पहले तालाब की सारी मछलियां अचानक मर गयीं। पहले तो किसी को इस बात पर यकीन ही नहीं हो रहा था कि यह आखिर हुआ कैसे। लेकिन जब मरी हुई मछलियां तालाब में हजारों की तादात में उतरा गयीं। तो सभी घबरा गये। जिसकी सूचना नगर निगम कार्यालय गढ़ा-1 में दी गई।
…तो अब हम कहां जाएं
वैद्यनाथन ने बताया कि मछलियों के मरने के बाद इसकी सडांध से सभी कॉलोनीवासी परेशान है। हालात यह है कि लोगों ने तीन दिन से ढंग से खाना तक नहीं खा पा रहे है। जिसकी शिकायत अंबादास रामकेके के साथ हमने की थी। लेकिन ननि के अधिकारी आए और परीक्षण कर चलते बने। मछलियों की बदबू से पूरी कॉलोनी के लोग प्रभावित हो रहे है। लेकिन कोई सुनने वाला नहीं। इन्होंने बताया कि इस की सूचना पार्षद दिलीप पटैल को भी दी गई है। जिन्होंने सहयोग का आश्वासन दिया है।