नरसिंहपुर यशभारत। छोटे-छोटे से विवाद कई बार इतने बढ़ जाते है जिसमें लोग एक-दूसरे की जान तक ले लेते है कुछ इसी तरह का मामला मुंगवानी थाना अंतर्गत ग्राम जेरा में देखने को मिला जहां मवेशी चराने के छोटे से विवाद पर एक युवक ने एक व्यक्ति को कुल्हाड़ी मारकर मौत के घाट उतार दिया और लाश जंगल के एक नाले में फेंक दी।
यह है पूरा मामला
मुंगवानी थाना प्रभारी संजय सूर्यवंशी से प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत 7 अगस्त 2025 को जेरा निवासी एक व्यक्ति की गुमइंशान रिपोर्ट कायम हुई थी। साथ ही इंमइशान के परिजनों ने एक व्यक्ति पर शक भी जताया था, पुलिस द्वारा उस व्यक्ति से पूछताछ की गई थी, परंतु उससे कुछ संतोष जनक जानकारी पुलिस के हाथ नही लगी थी। मुंंगवानी पुलिस गुमइंशान की पतासाजी में लगी थी तभी पुलिस को 22 सितंबर को मवेशी चराने वाले ग्रामीणों ने जानकारी दी कि ग्राम जेरा के जंगल में नाले के पास एक व्यक्ति का कंकाल पड़ा हुआ है। कंकाल मिलने की सूचना पर गोटेगांव एसडीओपी सहित पुलिस बल तुरंत घटना स्थल पर पहुंचा, और कंकाल को अपने कब्जे में लेते हुए उसकी शिनाख्त की कोशिश करने लगा।
संतोष गौंड के रूप में हुई कंकाल की पहचान
प्राप्त जानकारी के अनुसार जेरा निवासी गुमइंशान की रिपोर्ट को देखते हुए पुलिस ने जेरा के निवासियों को शिनाख्त के लिए बुलाया तो उन्होंने उसके पकड़े को देखते हुए उसकी पहचान संतोष पिता रामदयाल गौंड उम्र लगभग 41 वर्ष के रूप में की। वहीं उन्होंने एक व्यक्ति पर हत्या का संदेह भी जताया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए जेरा निवासी दुर्गेश गौंड से पूछताछ की पहले तो उसने पुलिस को कुछ नही बताया, फिर दुर्गेश गौंड़ ने पुलिस को बताया कि उसने ही संतोष गौंड की हत्या कुल्हाड़ी मारकर की है। आरोपी ने पुलिस को आगे बताया कि पूर्व में मवेशी चराने को लेकर संतोष से उसका विवाद हुआ था तभी से वह उससे बैर रखने लगा था, और मौका मिलने पर उसे मौत के घाट उतारने की फिराक में था, पूर्व में उसे मौका मिला और उसने कुल्हाड़ी मारकर संतोष की हत्या कर दी और पहाड़ी से उसकी लाश जंगल में फेंक दी थी। मुंगवानी पुलिस ने नरकंकाल मिलने के बाद कुछ ही घंटों में आरोपी को पकड़ लिया था।
भागने की फिराक में था आरोपी
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार संतोष की हत्या करके दुर्गेश जिला छोडऩे की तैयारी में था। पुलिस को जानकारी लगी कि दुर्गेश बस में बैठकर फरार होने के फिराक में है। जानकारी लगते हुए मुंगवानी पुलिस की टीम संजय सूर्यवंशी, एएसआई रफीक अहमद, प्रधान आरक्षक करण पटैल, आरक्षक अभिषेक बस्तवार, रामकुमार डेहरिया, नीरज धुर्वे्र उसे डुडवारा के पास से गिरफ्तार किया। पुलिस द्वारा आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।