खुशखबरी : ईसीएचएस रीवा का अपग्रेडेशन और सीएसडी कैंटीन का होगा विस्तार
रीवा।मध्य भारत एरिया मुख्यालय जबलपुर के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल पी.एस.दहिया का गत बुधवार रीवा आगमन हुआ और उन्होंने स्थानीय बोदाबाग स्थित ईसीएचएस पॉलीक्लीनिक (पूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना) का निरीक्षण किया।मेजर जनरल के साथ जबलपुर के स्टेशन कमाण्डर ब्रिगेडियर दिनेश कुमार जंघू एवं कर्नल विक्रम प्रसन्ना भी आए थे।इस दौरान ईसीएचएस प्रभारी अधिकारी कर्नल ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह ( वेटरन)द्वारा मेजर जनरल को पूर्व सैनिकों की समस्याओं से अवगत कराया गया तथा भविष्य की आवश्यकताओं के दृष्टिगत कई सुझाव व प्रस्ताव रखे गये।कर्नल सिंह ने क्षेत्र में पूर्व सैनिकों की लगातार हो रही संख्यावृद्धि के कारण ईसीएचएस रीवा की श्रेणी उन्नत एवं सीएसडी कैंटीन विस्तार के लिए अतिरिक्त भूमि की आवश्यकता पर बल दियाl
मौजूदा में ईसीएचएस पॉलीक्लीनिक रीवा की श्रेणी डी है जिसका अपग्रेडेशन सी श्रेणी में होने से संबंधित संसाधनों एवं स्टाफ में इजाफा हो जायेगा।उल्लेखनीय है कि जब से चीफ ऑफ आर्मी का पदभार जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने संभाला है उसके बाद से रीवा ईसीएचएस, सीएसडी कैंटीन एवं निजी अस्पतालों के अनुबंध से संबंधित जितने भी कार्य लंबित रहे हैं,सभी गतिमान हो उठे हैं।यहां के पूर्व सैनिकों में उत्साह है और उनमें भरोसा है कि सेनाध्यक्ष श्री द्विवेदी के कार्यकाल में रीवा को अपेक्षा से ज्यादा मिलेगा।
दो निजी अस्पताल से हुआ अनुबंध
रीवा जिले के पूर्व सैनिकों के लिए स्थानीय स्तर पर इलाज की पर्याप्त व्यवस्था और सुविधा के लिये ईसीएचएस का सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के बाद दो निजी अस्पताल क्रमशः रीवा हॉस्पिटल एवं विहान हॉस्पिटल से भी अनुबंध हो गया है।मेजर जनरल दहिया ने भी इस जानकारी को साझा किया।पॉलीक्लीनिक में पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों के एम्पैनेलमेंट होने से पूर्व सैनिकों को लाभ मिलेगा।पॉलीक्लीनिक रीवा की श्रेणी उन्नत हो जाने पर सुविधाओं के विस्तार के साथ-साथ एक मेडिकल स्पेशलिस्ट की नियुक्ति भी होगी।पॉलीक्लीनिक की मरम्मत व अतिरिक्त निर्माण कार्यों को प्राथमिकता दी जावेगी।कैंटीन विस्तार के लिए लीज पर भूमि ली जायेगी।उन्होंने पूर्व सैनिकों को आश्वस्त किया कि आगामी छः माह में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेंगे।चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल द्वारा रीवा पॉलीक्लीनिक की बुनियादी व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन के लिए स्वीकृति प्रदान की गई।उच्च सैन्य अधिकारियों ने सैनिक स्कूल प्राचार्य कर्नल अविनाश रावल से भी भेंट की और कैडेट्स को संबोधित किया।