खरीदी किसी ने की और सजा किसी और को, गांवों में सोलर लाइट खरीदी किए जाने का मामला
जनपद पंचायत रीठी के पंचायत सचिवों ने सीईओ पर लगाए गंभीर आरोप

कटनी, यशभारत। जनपद पंचायत रीठी के अंतर्गत आने वाली करीब डेढ़ दर्जन से अधिक पंचायतों के सचिवों ने जिला पंचायत सीईओ शिशिर गेमावत के विरूद्ध मोर्चा खोल दिया है। सीईओ पर सचिवों को अनावश्यक रूप से मनमानी करते हुए परेशान करने का आरोप लगा है। पूरा मामला पिछले कुछ सालों के दौरान जनपद पंचायत रीठी के अंतर्गत आने वाली पंचायतों में सोलर लाइट क्रय किए जाने से जुड़ा हुआ है। शिकायतों में कहा गया है कि इस मामले का खुलासा होने के बाद उन सचिवों को परेशान किया जा रहा है, जिनके कार्यकाल में सोलर लाइट की खरीदी नहीं की गई और इन सचिवों से वित्तीय प्रभार छीन लिए गए, जबकि जिन पंचायत सचिवों ने खरीदी की, उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। शिकायतों में बताया गया है कि मप्र शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्रालय भोपाल के निर्देशानुसार जिला पंचायत द्वारा जारी किए गए पत्र के परिपालन में ग्रामों में उजाला किए जाने के तिलए हेतु वर्ष 2013-14 में कटनी जिले की विभिन्न पंचायतों द्वारा सोलर स्ट्रीट लाईट लगवाई गई थी। सोलर स्ट्रीट लाईट की खरीदी के बाद जिले में किसी भी जनपद पंचायत के ग्राम पंचायतों के सचिवों के वित्तीय अधिकार समाप्त नहीं किये गये, जबकि रीठी जनपद पंचायत के अंतर्गत सोलर स्ट्रीट लाईट लगवाने वाले 19 ग्राम पंचायत सचिवों के वित्तीय अधिकार समाप्त कर दिये गये। उनके ऊपर वित्तीय अनियमित्ताएं किये जाने का दोषारोपण किया गया। राशि वसूल किये जाने हेतु 25 मार्च 2019 को जनपद पंचायत के तत्कालीन सीईओ द्वारा बिना जांच पड़ताल के जिला पंचायत को सूची भेजी गई। ग्राम पंचायत नैगवा में सचिव पुष्पेन्द्र मिश्रा के कार्यावधि में सोलर लाईट खरीदी की गई थी, परंतु प्रहलाद सिंह सचिव पर खरीदी किये जाने का दोषारोपण कर वित्तीय अधिकार समाप्त कर दिये गये। ग्राम पंचायत पटेहरा में उत्तम पटेल के कार्यकाल में सोलर लाईट खरीदी गई, परंतु सचिव मोहन पटेल पर आरोप लगे। सचिव राकेश कुशवाहा द्वारा देवरीकला पंचायत में सोलर लाईट खरीदी गई, परंतु उनके उपर कोई दोषारोपण नहीं लगाया गया। उन्हें जनपद पंचायत रीठी के अंतर्गत ग्राम पंचायत करहिया नंबर 1 एवं ग्राम पंचायत रूडमूढ दो-दो ग्राम पंचायतों का वित्तीय प्रभार है। सचिव इंदल पटेल के कार्यकाल में बिलहरी में सोलर लाईट खरीदी गई, परंतु उनके ऊपर कोई दोषारोपण नहीं किया गया, उनके जनपद पंचायत बहोरीबंद की दो-दो ग्राम पचायतों का प्रभार है।
जांच में दोषी नहीं, फिर भी कार्रवाई
सोलर लाइट की खरीदी में जब सचिवों पर आरोप लगा तो जिला पंचायत कटनी द्वारा जनपद पंचायत रीठी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से पूरे मामले की जांच कराकर मूल अभिलेख मंगवाए गए। सीईओ द्वारा मामले की जांच करत हुए 2 मार्च 2023 को अभिलेख भेजे गये। जांच में सभी सचिवों को निर्दोष साबित किया गया, इसके बाद भी जिला पंचायत के सीईओ शिशिर गेमावत द्वारा सुनवाई नहीं की गई, जबकि उन्हीं के द्वारा प्रतिवेदन चाहा गया था। जिला पंचायत द्वारा एक बार फिर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत रीठी से प्रतिवेदन चाहा गया जिस पर सीईओ द्वारा टीम गठित कर जांच करवाई गई, जिसमें अंतर की राशि वसूल किये जाने हेतु लेख कर 15 फरवरी 2024 को जिला पंचायत को प्रतिवेदन भेजा गया, परंतु अब तक मामले में कोई सुनवाई नहीं की गई। इस प्रकार जिला पंचायत सीईओ द्वारा पूर्व में गलत प्रतिवेदन बिना जांच पड़ताल के भेजा गया, जबकि सीईओ द्वारा मामले की सही जांच कर प्रतिवेदन भेजा गया, उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। पंचायत सचिवों का कहना है कि जो नियम मप्र शासन पर लागू होना चाहिये, वह सभी पर लागू हो, जिस पत्र के माध्यम से वित्तीय अधिकार छीने गये हैं, उनका पालन सिर्फ रीठी की 23 ग्राम पचायत सचिवों पर ही लागू हैं। वह पूरे जिले के सचिवों पर क्यों लागू नहीं हैं।