क्राइम ब्रांच की रेड: दमोह- कटनी और कुंडम के युवक शहर में बेच रहे थे रेमडेसिविर इंजेक्शन
इनफिनिटी हार्ट इंस्टिट्यूट अस्पताल के पास इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार हुए तीन युवक

जबलपुर, यशभारत। रेमडेसिविर इंजेक्शन में मुनाफा कमाने के लिए तीन युवकों ने अपना शहर छोड़ दिया और शहर चले गए इस गोरखधंधे को अंजाम देने। दमोह-कटनी और कुंडम क्षेत्र के तीन युवकों को क्राइम ब्रांच पुलिस रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया है। तीन युवकों लंबे समय से जरूरतमंदों को दोगुने दाम पर इंजेक्शन बेचने का कालाकोरोबार कर रहे थे।
पुलिस को सूचना मिली कि तीन व्यक्ति इनफिनिटी हार्ट इंस्टिट्यूट अस्पताल के पास कोरोना महामारी में लगने वाला 1 रेमडिसिविर इंजैक्शन 12 हजार रूपयों में बेचने की बात कर रहे है। सूचना पर मुखबिर के बताये स्थान में पर क्राईम ब्रांच एवं थाना ओमती की संयुक्त टीम द्वारा दबिश दी गयी, इनफिनिटी हार्ट इंस्टिट्यूट के पास मुखबिर के बताये हुलिये के 3 व्यक्ति खड़े दिखे जो पुलिस को देखकर भागने लगे जिन्हें घेराबंदी कर पकड़ा एवं नाम पता पूछा तीनों ने अपने नाम नरेन्द्र ठाकुर पिता रामसिंह ठाकुर उम्र 27 वर्ष निवासी ग्राम किन्दराहो पथरिया जिला दमोह हाल निवासी आमनपुर मदनमहल, एवं राम अवतार पटेल पिता रामनरेश पटेल उम्र 23 वर्ष निवासी ग्राम खिरवा खुर्द विजय राघवगढ, थाना कैमोर जिला कटनी हाल निवासी आगा चैक साई होटल के बाजू वाली गली लार्डगंज, तथा संदीप कुमार प्रजापति पिता कोमल प्रजापति उम्र 22 वर्ष निवासी बघराजी कुण्डम हाथ निवासी कोठारी मेडिकल के पास कोतवाली बताया।
जेब से रखे मिले इंजेक्शन, 5 मोबाइल भी जप्त
पुलिस तलाशी लेते हुये नरेन्द्र सिंह ठाकुर की जेब में रखे हेटेरो कम्पनी के 2 रेमडेसिविर इंजैक्शन कीमती 6980 रुपए के तथा दूसरी जेब मे रख्ो वन प्लस, जीओनी तथा जियो कम्पनी के 3 मोबाईल, एक काले रंग के बैग में रखा स्टेथेस्कोप, 1 आॅक्सीमीटर, 2 फाईलें एवं रामअवतार पटेल से रियलमी कम्पनी का मोबाईल एवं संदीप कुमार से नोकिया कम्पनी का मोबाईल जप्त करते हुये नरेन्द्र ंिसह ठाकुर, रामअवतार पटेल एवं संदीप पटेल द्वारा बिना वैद्य लायसेंस एवं दस्तावेज के रेमडेसिविर इंजैक्शन को मरोजों को विक्रय करते हुये जिला दण्डाधिकारी के आदेश का उल्लंघन करते हुये लोगों के साथ धोखाधडी करते हुये जीवन रक्षक दवा रेमडेसिविर इंजैक्शन को उच्च दाम पर जरूरतमंद व्यक्तियों को बेचकर अवैध लाभ अर्जित करना पाया जाने पर तीनों के विरूद्ध धारा 188, 420, भादवि एवं 3 महामारी अधिनियम तथा 3, 7 आवश्यक वस्तु अधिनियम का अपराध ंपजीबद्ध कर तीनो को प्रकरण मे विधिवत गिरफ्तार कर पूछताछ करते हुये मान्नीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।