केस निपटाने और अपराधी को सजा दिलाने के साथ ही बच्चों की भावनाओं को समझने की जरूरत

कटनी, यशभारत।
पुलिस कंट्रोल रूम में पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन के मुख्य आतिथ्य में संस्था आवाज द्वारा बाल मानव तस्करी की भारत में एवं मध्य प्रदेश में स्थिति को स्पष्ट करते हुए दुव्र्यापार के प्रकार और उससे बचाव तथा ऐसे प्रकरणों में पुलिस प्रशासन सामाजिक संस्थाओं और अन्य विभागों की, क्या भूमिका है पर बात रखी गई। श्री रंजन ने बाल दुव्र्यापार को लेकर कहा कि इसमें पीडि़त बालक की मनोवृत्ति समझे बिना सिर्फ केस निपटाने को कोशिश करते हैं। हम अपराधी को सजा दिलाकर बस केस खत्म समझते हैं। जबकि हमें, उन बच्चों की भावनाओं को समझने की आवश्यकता है। हमे अपराध होने के पहले ऐसे जागरूकता बाल दुव्र्यवहार जैसे अपराध से बच्चों, जिससे बाल दुव्र्यापार कार्यक्रम भी करना चाहिए की सुरक्षा हो सके।
इसके लिए सभी थानों के सहायता प्रदान करनी चाहिए और अपनी जिम्मेदारी समझना चाहिए। बच्चे को त्वरित महिला एवं बाल विकास विभाग की सहायक निदेशक एवं महिला सशक्तिकरण अधिकारी ने जेजे एक्ट के तहत बच्चों को प्राप्त प्रावधान एवं योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया की कैसे ट्रैफिकिंग में फंसे बच्चों को विभाग के द्वारा मदद मिल सकती है। बच्चों के प्रति हमें अपनी जिम्मेदारियां को समझना होगा और बच्चों की जितनी जल्दी मदद हो सके उसे करना होगा, ताकि उसे सरक्षण मिल सके और वे अन्य गतिविधियों में लिप्त न हो सके। जिससे उसे आने वाले समय पर समाज के मुख्य धारा से जोड़ा ना जा सके। आवाज से राज्य समन्वयक नितेश व्यास ने बाल मानव दुव्र्यापार के प्रकारों एवं पॉक्सो को लेकर, जिसमे उन्होंने बारीकी से जानकारी दीण के आधार पर अपनी बात रखी।
बाल दुव्र्यापार के खिलाफ पुलिस की भूमिका को स्पष्ट करते हुए जिले के समस्त थानों में पदस्थ बाल कल्याण पुलिस अधिकारियों विशेष किशोर पुलिस इकाई प्रभारी रश्मि, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, मनीष तिवारी जिला बाल संरक्षण सोनकरधिकारी के साथ जिले में बाल संरक्षण के मुद्दे पर कर रहे स्थानीय संस्थाओं आशा किरण किलकारी के प्रतिनिधि, आश्ररा आश्रय गृह, लिटिल स्टार फाउन्डेशन, कार्यक्रम में आवाज जिला समन्वयक देवेन्द्र गुप्ता ने जिले के चुनिंदा केसों को लेकर खुले उपस्थित रहे मंच से सभी पतिभागियों को अपनी बात रखने को कहा एवं चर्चा की गई। कार्यक्रम के आयोजन में ब्लॉक समन्वयक विक्टर जोसेफ एवं साथी कल्पना और मनोज की अहम भूमिका रही।